मास्क ज़रूरी है, पर उतनी ही ज़रूरी हैं ये सावधानियां भी
पर लंबे समय तक इसका इस्तेमाल करना कई और तरह की परेशानियों
हेल्थ | कोरोना काल में मास्क पहनना न्यू नॉर्मल हो गया है. कोविड संक्रमण से इससे काफ़ी हद तक बचाव हो सकता है. सोशल डिस्टेंसिंग, दो-दो घंटे में हाथ धोना, सैनिटाइज़र का इस्तेमाल हमारी आदतों में शामिल हो गए हैं. इन सभी सुरक्षा उपायों में मास्क भी अहमियत काफ़ी बढ़ जाती है, क्योंकि इसे लगाने से ड्रॉपलेट्स हमारे श्वसन तंत्र में प्रवेश नहीं कर पाते हैं.
मास्क लगाना भले ही बेहद ज़रूरी है, पर लंबे समय तक इसका इस्तेमाल करना कई और तरह की परेशानियों की सौगात दे सकता है. पर मास्क को किसी भी हाल में किनारे नहीं कर सकते हैं. ऐसे में वो कौन-सी सावधानियां है, जो आपको लंबे समय तक मास्क लगाने की स्थिति में बरतनी चाहिए, बता रहे हैं स्ट्रैटेजिक मेडिकल अफ़ेयर एड्रोइट बायोमेड लिमिटेड के डायरेक्टर डॉ अनीश देसाई. उन्होंने मास्क के अधिक समय तक इस्तेमाल करने से होनेवाली समस्याओं के बारे में बताया और साथ ही उन समस्याओं से निपटने के तरीक़े भी.
समस्याएं, जो मास्क हमें दे सकता हैलंबे समय मास्क पहनने से कई समस्याएं हो सकती हैं, जैसे-अगर मास्क बहुत ज़्यादा टाइट है तो चेहरे की त्वचा डैमेज हो सकती है. वहीं संवेदनशील त्वचा वालों को मास्क एरिया पर ऐक्ने की समस्या हो सकती है. विशेष रूप से हेल्थ केयर से जुड़े प्रोफ़ेशनल्स को लंबे समय तक और टाइट मास्क पहने रहना पड़ता है. जिस वजह से मास्क की जगह पर लाल धारियां उभर जाती हैं. इरिटेशन होता है, वहां की त्वचा डार्क हो जाती है, पिंपल्स की समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
अगर त्वचा कुछ ज़्यादा ही सेंसिटिव है तो बार-बार मास्क का फ़ैब्रिक रगड़ाने से त्वचा के सेंसरी नर्व्स डैमेज हो जाते हैं. त्वचा में सूजन आ जाती है. चेहरे की त्वचा लाल हो जाती है. इसके अलावा मास्क के अंदर नमी होती है. पसीना, म्यूकस और गंदगी बाहर नहीं निकल पाता. मास्क के एरिया में ऐक्ने होने के लिए इतने कारण पर्याप्त हैं. आमतौर पर मास्क के चलते माइल्ड से लेकर मॉडरेट ऐक्ने होते हैं.