बेरूत: मध्य पूर्व में चल रहे संघर्ष के बीच इजरायली हमले झेल रहे लेबनान के सूचना मंत्री जियाद मकारी ने देश के पत्रकारों से राष्ट्रीय एकता बनाए रखने में खबरों के लिए इजरायली स्रोतों पर निर्भर रहने या सोशल मीडिया पर इजरायली अकाउंट्स से बातचीत करने से बचने की सलाह दी है।
मकेरी ने शनिवार को अपने संदेश में कहा, "हमारी प्राथमिकता नागरिकों की सुरक्षा करना है, न कि अपने मैसेज को इस तरह से पहुंचाना, जिससे लोगों की सुरक्षा खतरे में पड़े और संघर्ष भड़के।" उन्होंने "देश में शांति बनाए रखने के लिए झूठी खबरों, विशेषकर लेबनान के दुश्मन देशों की खबरों से बचने" का आह्वान किया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, मकेरी ने कहा कि इजरायल की आक्रामकता एक साथ कई मोर्चों पर है, जिसमें आंतरिक कलह का बहुत बड़ा महत्व है। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय सभी झूठी खबरों का खंडन करने के लिए एक निगरानी मंच शुरू करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा सेवाओं के साथ संपर्क स्थापित किया गया है ताकि उन सभी पर नजर रखी जा सके जो ऐसी खबरें पोस्ट करते हैं जो तनाव पैदा करती हैं और नागरिक शांति को खतरा पहुंचाती हैं।
बता दें कि शुक्रवार को दक्षिण-पूर्वी लेबनान के हसबाया शहर के पश्चिमी हिस्से में होटल में पत्रकारों के आवास को निशाना बनाकर इजरायली ड्रोन हमले में तीन पत्रकार मारे गए और तीन अन्य घायल हो गए। उन्होंने बताया कि लेबनान ने मानवाधिकार उच्चायुक्त के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है तथा वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और यूनेस्को के सामने भी शिकायत दर्ज कराएगा।
ज्ञात हो कि इस साल 23 सितंबर से इजरायल की सेना ने लेबनान पर एक के बाद एक कई हवाई हमला शुरू कर दिए हैं। इससे इजरायल और लेबनान के हिजबुल्ला के बीच संघर्ष और बढ़ गया है। इजरायल ने लेबनान के दक्षिणी और पूर्वी इलाकों के साथ-साथ माउंट लेबनान और बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में भी छापेमारी और गोलाबारी तेज कर दी है। गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में, इजरायल ने दक्षिणी लेबनान की सीमा के पास एक जमीनी अभियान शुरू किया था।