बिहार में कोसी और गंडक नदी में उफान, कई निचले इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी
पटना: बिहार और नेपाल में हो रही बारिश के बाद प्रदेश की नदियां उफान पर हैं। कई जिलों के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। जल संसाधन विभाग के अधिकारी अलर्ट पर हैं और तटबंधों की लगातार निगरानी की जा रही है।
जल संसाधन विभाग के मुताबिक, प्रदेश में गंडक और कोसी नदी कुछ स्थानों पर खतरे के निशान से उपर बह रही है। वीरपुर बराज में कोसी नदी का जलस्राव गुरुवार दोपहर को 2 बजे 1,08,600 क्यूसेक दर्ज किया गया। इसी तरह वाल्मीकिनगर बराज में गंडक का जलस्राव दोपहर 2 बजे 88,300 क्यूसेक दर्ज किया गया। इंद्रपुरी बराज में सोन नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है। यहां सोन नदी का जलस्राव सुबह 10 बजे 4,094 क्यूसेक था, जो दोपहर 2 बजे बढ़कर 5,564 क्यूसेक हो गया।
इस बीच गंडक नदी गोपालगंज के डुमरिया घाट पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जबकि, कोसी नदी खगड़िया के बलतारा में लाल निशान से ऊपर है। अररिया में बकरा और परमान नदियों में आई बाढ़ से कई निचले इलाकों में पानी घुस गया है। छोटी नदियों के भी जलस्तर में वृद्धि हुई है। कई स्थानों पर नदियों का पानी तराई इलाकों में फैलने लगा है।
गोपालगंज में 43 पंचायतों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। यहां पतहरा, विश्वंभरपुर, देवपुर और टंडसपुर तटबंध पर विशेष निगरानी की जा रही है। जल संसाधन विभाग ने फील्ड में तैनात इंजीनियरों को नदियों के जलस्तर पर नजर रखने, भ्रमणशील रहकर बांध की मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया है। इसकी रिपोर्ट प्रतिदिन मुख्यालय को देनी है, जिससे ससमय बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य शुरू किया जा सके।
इस बीच, मौसम विभाग ने शुक्रवार की सुबह तक बिहार के कोसी, महानंदा, बागमती, अधवारा, गंडक नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में साधारण से मध्यम, सोन एवं पुनपुन नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की से साधारण और नॉर्थ कोयल, कनहर एवं ऊपरी सोन नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की वर्षा होने की संभावना जताई है।