लखीमपुर खीरी में केशव प्रसाद मौर्य बोले, कुंदरकी में मुस्लिम मतदाताओं ने भाजपा की भरपूर मदद की, अखिलेश पर कसा तंज
लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश में उपचुनाव में एनडीए ने नौ में से सात सीटों पर जीत दर्ज की। जीत से उत्साहित भाजपा उत्साह भरने कार्यकर्ताओं के बीच जा रही है। जगह-जगह कार्यक्रम किए जा रहे हैं।
रविवार को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य लखीमपुर खीरी में कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे। यहां पर उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कुंदरकी जीत का उदाहरण देकर अखिलेश यादव पर निशाना साधा।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव को लगता है कि मुस्लिम मतदाता की उनको को वोट देना मजबूरी है। मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट जीताने में मुस्लिम मतदाताओं ने भारतीय जनता पार्टी की भरपूर मदद की है। यही वजह है कि कुंदरकी में भारतीय जनता पार्टी 144000 वोटों से ज्यादा से समाजवादी पार्टी को हराने में कामयाब रही।
इस मुस्लिम बहुल सीट पर मुसलमानों ने भी बड़ी तादाद में भारतीय जनता पार्टी को वोट दिया है। करहल सीट को भाजपा साल 2002 के बाद कभी नहीं जीत पाई है और इसे यादव परिवार के घर की सीट माना जाता है। यहां भाजपा ने तेज प्रताप यादव को जबरदस्त चुनौती दी। करहल में भाजपा का वोट कई गुना बढ़ा है और पार्टी को महज 14 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा।
बता दें कि भाजपा ने उपचुनाव में उत्तर प्रदेश की कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, फूलपुर, कटहरी और मझवां सीट पर जीत दर्ज की। जबकि भाजपा की सहयोगी रालोद ने मीरापुर सीट पर जीत दर्ज की।
ज्ञात हो कि साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कुंदरकी में समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की थी। इस सीट पर भी विधायक के सांसद चुने जाने के कारण यहां उपचुनाव हुआ। इस सीट पर भी काफी समय से समाजवादी पार्टी का कब्जा था, लेकिन 2024 में हुए उपचुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह सीट भाजपा के खाते में गई।
योगी के आह्वान पर जनता ने यहां से सपा को चारों खाने चित कर दिया। कुंदरकी सीट पर भाजपा के रामवीर सिंह को 1,70,371 वोट मिले। उन्होंने सपा के उम्मीदवार मोहम्मद रिजवान को 1,44,791 मतों से शिकस्त दी है।
सपा के रिजवान को इस सीट पर 25,580 वोट मिले। तीसरे नंबर पर आजाद समाज पार्टी रही, जिसे 14,201 मत मिले। वहीं, एआईएमआईएम को 8,111 वोट मिले। यहां बसपा पांचवें स्थान पर रही। उसे महज 1,099 वोट ही मिल सके।