जो बाइडेन ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में भारत-अमेरिकी साझेदारी को मजबूत करने की जताई प्रतिबद्धता

Update: 2025-01-07 02:54 GMT
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी ने प्रौद्योगिकी, रक्षा, अंतरिक्ष, जैव प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के क्षेत्रों सहित नई ऊंचाइयों को छुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह टिप्पणी उस समय की जब निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन ने अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा समाप्त करने से पहले नई दिल्ली में उनसे मुलाकात की।
बैठक के बाद पीएम मोदी ने 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा, "अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन से मिलकर खुशी हुई। भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी ने प्रौद्योगिकी, रक्षा, अंतरिक्ष, जैव प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्रों सहित नई ऊंचाइयों को छुआ है। हमारे लोगों और वैश्विक भलाई के लाभ के लिए हमारे दोनों लोकतंत्रों के बीच संबंधों में इस गति को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं।"
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी और सुलिवन ने पिछले चार वर्षों में भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी में महत्वपूर्ण प्रगति का "सकारात्मक मूल्यांकन" किया।
पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच घनिष्ठ सहयोग को मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए एनएसए सुलिवन द्वारा उन्हें सौंपे गए राष्ट्रपति बाइडेन के एक पत्र की भी सराहना की।
पीएमओ द्वारा जारी बयान में कहा गया, "राष्ट्रपति बाइडेन के साथ अपनी विभिन्न बैठकों को याद करते हुए, जिसमें सितंबर 2024 में क्वाड लीडर्स समिट के लिए अमेरिका की उनकी यात्रा भी शामिल है, पीएम ने भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने में राष्ट्रपति बाइडेन के योगदान की सराहना की, जो एक स्थायी विरासत छोड़ती है।"
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन को अपनी शुभकामनाएं भी दीं।
इससे पहले दिन में, सुलिवन ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से रणनीतिक, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर चर्चा करने के लिए मुलाकात की।
इस मुलाकात के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि, "आज सुबह नई दिल्ली में अमेरिकी एनएसए जेक सुलिवन से मिलकर प्रसन्नता हुई। द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक सहयोग को गहरा करने पर हमारी चर्चा जारी रही। पिछले चार वर्षों में हमारी बातचीत के खुलेपन को महत्व दिया। भारत-अमेरिका साझेदारी को और अधिक घनिष्ठ और मजबूत बनाने में उनके व्यक्तिगत योगदान की सराहना की।"
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