बीजिंग: चीन की राजकीय यात्रा पर आए इतालवी राष्ट्रपति सर्जियो मटेरेला ने पेकिंग विश्वविद्यालय में भाषण दिया और चीन तथा इटली के शिक्षकों तथा छात्रों के साथ संवाद और आदान-प्रदान किया। अपने भाषण में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज की दुनिया में विभिन्न सभ्यताओं के बीच संवाद तथा आदान-प्रदान को मजबूत करना और भी जरूरी है, ताकि देशों के बीच आपसी समझ को बढ़ावा दिया जा सके।
उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से ही चीनी तथा इतालवी सभ्यताएं समृद्ध सांस्कृतिक आदान-प्रदान गतिविधियों के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं तथा मानव सभ्यता के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आज का आदान-प्रदान सदियों से दोनों देशों के बीच संवाद की निरंतरता है।
उन्होंने कहा कि देशों के बीच शांति तथा समृद्धि प्राप्त करने के लिए परस्पर सम्मान तथा खुला संवाद आवश्यक है। संवाद तथा समझ प्राप्त करने के लिए सांस्कृतिक आदान-प्रदान महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। हम इस संबंध को मित्रता कहते हैं।
मटेरेला की चीन यात्रा के दौरान, चीन और इटली ने संस्कृति, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा आदि के क्षेत्रों में कई द्विपक्षीय सहयोग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए। दोनों पक्षों ने भाषा शिक्षण और युवा आदान-प्रदान का समर्थन करने और संयुक्त रूप से 'नए युग में मार्को पोलो' विकसित करने पर भी सहमति व्यक्त की। अगले साल चीन और इटली के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने की 55वीं वर्षगांठ होगी।
मटेरेला ने यह भी कहा कि इटली वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, सार्वजनिक स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में चीन के साथ सहयोग को गहरा करने के लिए तैयार है। पेकिंग विश्वविद्यालय और रनमिन विश्वविद्यालय के कई इतालवी छात्र भी गतिविधि स्थल पर मौजूद थे।