बगदाद: इराक में एक इस्लामिक संगठन शिया मिलिशिया समूह ने रविवार को उत्तरी इजरायल के हाइफा शहर पर ड्रोन हमला करने का दावा किया है। मिलिशिया ने एक बयान में दावा किया कि उसके लड़ाकों ने रविवार को हाइफा में एक "महत्वपूर्ण स्थल" को निशाना बनाया है। उन्होंने कहा कि यह हमला "गाजा के लोगों के साथ एकजुटता" दिखाते हुए किया गया था और "दुश्मन के गढ़ों" को निशाना बनाना जारी रखने का संकल्प लिया गया था।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, बयान में लक्षित स्थल या किसी हताहत के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। इजरायली अधिकारियों ने अब तक कथित हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की है। अक्टूबर 2023 में इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष की शुरुआत के बाद से मिलिशिया समूह गाजा में फिलिस्तीनियों का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने गाजा में कई इजरायली और अमेरिकी ठिकानों पर हमले किए हैं।
इस बीच, यमन के ईरान समर्थित हूतियों ने रविवार को इजरायल पर लेबनान के हिजबुल्लाह द्वारा किए गए एक और हमले की प्रशंसा की और यमन में एक बंदरगाह पर इजरायल के हमलों के जवाब में हमले करने की धमकी दी। हिजबुल्लाह द्वारा रॉकेट और ड्रोन के साथ बड़े पैमाने पर हमला करने की घोषणा के बाद हूतियों ने एक बयान जारी कर कहा, "हम हिजबुल्लाह और उसके महासचिव को आज सुबह इजरायली दुश्मन के खिलाफ प्रतिरोध स्वरूप किए गए महान और साहसी हमले के लिए बधाई देते हैं।"
उल्लेखनीय है कि हूतियों ने 20 जुलाई को तटीय शहर होदेदा में विद्रोहियों द्वारा संचालित बंदरगाह को निशाना बनाकर किए गए हमलों के जवाब में इजरायल के खिलाफ हमले शुरू करने की प्रतिज्ञा की थी। वहीं, हूतियों के द्वारा बयान में कहा गया है, "हम एक बार फिर पुष्टि करते हैं कि यमन का बदला लिया जाएगा।"
हूतियों का कहना है कि इजरायल के जवाबी हमले में बंदरगाह की ईंधन भंडारण क्षमता नष्ट हो गई और कम से कम नौ लोगों की जान चली गई। हूतियों ने ईरान के तथाकथित “प्रतिरोध की धुरी” के हिस्से के रूप में इजरायल के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। इस लड़ाई में इराक, सीरिया और लेबनान के आतंकवादी समूह शामिल हैं। पिछले साल नवंबर से ही यमन के हूती समूह ने अदन की खाड़ी और लाल सागर में इजरायल से संबंध रखने वाले जहाजों पर मिसाइल और ड्रोन से हमले किए हैं।