संसद में सावरकर पर राहुल-रिजिजू की नोक-झोंक के बाद इंदिरा गांधी का चार दशक पुराना लेटर वायरल
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने संसद में संविधान पर चर्चा के दौरान विनायक दामोदर सावरकर यानी वीर सावरकर और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने वीर सावरकर का जिक्र करते हुए लोकसभा में कहा था कि इंदिरा गांधी ने मुझे बताया कि सावरकर ने अंग्रेजों से समझौता कर लिया था। उन्होंने अंग्रेजों को चिट्ठी लिखकर माफी भी मांगी।
राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा नेताओं ने पलटवार भी किया और कांग्रेस को घेरा। इसी बीच सोशल मीडिया पर देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का 44 साल पुराना लेटर वायरल हो रहा है। इसमें उन्होंने वीर सावरकर की जयंती पर उनको 'रिमार्केबल सन ऑफ इंडिया' बताया था।
इंदिरा गांधी ने 20 मई 1980 को पंडित बाखले, सचिव, वीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के नाम से संबोधित चिट्ठी में वीर सावरकर के योगदान का जिक्र किया था। यह चिट्ठी पंडित बाखले के पत्र के जवाब में लिखी गई थी।
इस लेटर में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने लिखा था, ''मुझे आपका पत्र 8 मई 1980 को मिला था। वीर सावरकर का ब्रिटिश सरकार के खिलाफ मजबूत प्रतिरोध हमारे स्वतंत्रता आंदोलन के लिए काफी अहम है। मैं आपको देश के महान सपूत (रिमार्केबल सन ऑफ इंडिया) के शताब्दी समारोह के आयोजन के लिए बधाई देती हूं।'
इससे पहले केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए पूर्व पीएम इंदिरा गांधी का 44 साल पुराना लेटर भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "यह दस्तावेज राहुल गांधी के लिए है, क्योंकि उन्होंने लोकसभा में वीर सावरकर और इंदिरा गांधी के बारे में गलत बयान दिया था।"
कांग्रेस पार्टी वीर सावरकर की वीरता को सवालों के घेरे में खड़ी करती रहती है।