भारत की जीडीपी ग्रोथ वित्त वर्ष 2024-25 में रहेगी स्थिर: रिपोर्ट

Update: 2024-12-14 03:24 GMT
मुंबई: वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत की आर्थिक वृद्धि दर वित्त वर्ष 2024-25 में स्थिर रहेगी और वित्त वर्ष 2025-26 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह जानकारी शुक्रवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई।
केयरएज रेटिंग्स ने कहा कि उसे उम्मीद है कि भारत सरकार राजकोषीय समेकन के मार्ग पर आगे बढ़ेगी और भारत की जीडीपी वृद्धि दर वित्त वर्ष 2024-25 में 6.5 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2025-26 में 6.7 प्रतिशत पर रह सकती है।
केयरएज रेटिंग्स के मुख्य रेटिंग अधिकारी और ईडी सचिन गुप्ता ने कहा, "हमें उम्मीद है कि 2025 में निजी निवेश में सुधार होगा, जिसे मौद्रिक नीति में ढील से समर्थन मिल सकता है।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाली तिमाहियों में खुदरा महंगाई दर में कमी आने की उम्मीद है। साथ ही उम्मीद जताई गई है कि खरीफ की अच्छी फसल और रबी की बुवाई के लिए अनुकूल परिस्थितियों के कारण खाद्य महंगाई दर में कमी आएगी।
पिछले कुछ महीनों में खुदरा महंगाई (सब्जियों को छोड़कर) 4 प्रतिशत से नीचे रही है। वित्त वर्ष 2024-25 में औसत खुदरा महंगाई दर 4.8 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2025-26 में 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
कोर महंगाई दर के नरम बने रहने की उम्मीद है, जो वित्त वर्ष 2024-25 में औसतन 3.5 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2025-26 में 4.3 प्रतिशत रहेगी। वहीं, थोक महंगाई दर के वित्त वर्ष 2024-25 में औसतन 2.5 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2025-26 में 3 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
केयरएज रेटिंग्स की मुख्य अर्थशास्त्री रजनी सिन्हा ने कहा, "हम उम्मीद कर सकते हैं कि वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी छमाही में आर्थिक वृद्धि दर में उछाल आएगा, जिसे खपत में सुधार और सरकारी पूंजीगत व्यय में वृद्धि से सहारा मिलेगा। मजबूत कृषि उत्पादन और सेवा क्षेत्र का बेहतर प्रदर्शन जीडीपी वृद्धि दर को बढ़ाने में सहायक होगा।"
रिपोर्ट में सरकारी राजस्व को लेकर गया कि यह बजट लक्ष्य के अनुरूप होगा।
रिपोर्ट में उम्मीद जताई गई है कि आरबीआई 2025 में रेपो रेट में 50-75 आधार अंकों की कटौती करेगा, क्योंकि खाद्य महंगाई दर में नरमी आएगी।
रिपोर्ट में उम्मीद जताई गई है कि वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का चालू खाता घाटा (सीएडी) जीडीपी का 0.9 प्रतिशत पर रहेगा।
निर्यात के मोर्चे पर इस रिपोर्ट में अनुमान जताया गया कि वस्तु निर्यात में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि होगी, जबकि सेवा निर्यात में वित्त वर्ष 25 में 13 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की जाएगी।
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