शरीर में बढ़ते यूरिक एसिड को कैसे करें कंट्रोल

, चलने-फिरने में मुश्क़िल हो रही है? यह सब आपके

Update: 2023-06-06 05:24 GMT
हेल्थ | जोड़ों में दर्द रहता है, लाल और सूजे हुए भी नज़र आते हैं, चलने-फिरने में मुश्क़िल हो रही है? यह सब आपके शरीर में एक 'कचरे' के जमा होने की निशानी है और वह यूरिक एसिड. यूरिक एसिड को समय पर नियंत्रित नहीं किया गया तो कई बीमारियां आपको चपेट में ले सकती हैं, जैसे अर्थराइटिस, किडनी फेल होना और शुगर भी.
यूरिक एसिड हमारे शरीर में पाचनक्रिया के दौरान प्यूरीन के टूटने से बनता है. यह एक तरह से हमारे शरीर का नैचुरल वेस्ट प्रॉडक्ट है, जिसका अधिक या कम होना एक समस्या बन जाती है. कुछ खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक रूप से ही प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है. प्रोटीन के ब्रेकडाउन होने से भी यूरिक एसिड की समस्या होती है. यूरिक एसिड को किडनी समय-समय पर यूरीन के रास्ते शरीर से बाहर निकाल देती है. इस तरह से शरीर में एसिड का संतुलन बना रहता है. शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा 3.5 से लेकर 7.5 मिलीग्राम से लेकर डिसीलीटर तक का है.
शरीर में यूरिक एसिड बनने के कई कारण हो सकते हैं और कई वजहों से किडनी इसे यूरीन के रास्ते बाहर नहीं निकाल पाती है. इसके अलावा यह जेनेटिक भी होता है और किडनी की समस्या होने पर भी है या डायबिटीज़, थायरॉइड, सोराईसिस जैसी कोई बीमारी है तब भी यूरिक एसिड का संतुलन बिगड़ जाता है. कुछ दवाइयों से भी यूरिक एसिड ज़्यादा बनता है. कई मामलों में अधिक वज़न और वज़न कम करने के दौरान भी यह समस्या खड़ी होती है.
वैसे तो ज़्यादातर मामलों में यूरिक एसिड का पता नहीं चलता है. अगर जोड़ों में बहुत अधिक दर्द होता है तब जाकर ब्लड चेक कराने पर बढ़े हुए यूरिक एसिड के बारे में जानकारी मिल पाती है. जब शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाता है तो ख़ून में क्रिस्टल बनने लगता है, जिसे यूरेट क्रिस्टल भी कहा जाता है. यह क्रिस्टल यूरिन नली में जमा होते हैं तो किडनी स्टोन की समस्या होती है. वहीं जब ये हाथ-पैरों के जोड़ों में जमा हो जाते हैं तो असहनीय दर्द होता है. जोड़े लाल पड़ जाते हैं और सूजन भी आ जाती है.
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