सना: यमन के सशस्त्र हूती समूह ने लाल सागर में पनामा ध्वज वाले "ब्लू लैगून" जहाज पर हमले की जिम्मेदारी ली है। हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सरिया ने सोमवार को हूती द्वारा संचालित अल-मसीराह टीवी पर प्रसारित एक बयान में कहा, "हमने लाल सागर में जहाज ब्लू लैगून को निशाना बनाते हुए कई मिसाइलों और ड्रोन के जरिए सीधा हमला किया।"
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, उन्होंने कहा कि जहाज को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि इसका स्वामित्व रखने वाली कंपनी का इजरायल के साथ संबंध है। विभिन्न मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, "ब्लू लैगून" एक ग्रीक स्वामित्व वाला जहाज है, जो पनामा ध्वज के साथ चलता है। सरिया ने कहा, "हम इजरायली दुश्मन के साथ काम करने वाली सभी कंपनियों को चेतावनी देते हैं कि (हूती के) घोषित नौसैनिक परिचालन क्षेत्रों से गुजरते समय उनके जहाजों को निशाना बनाया जाएगा, चाहे वे कहीं भी हों।"
उन्होंने कहा कि जहाजों पर हमले तब तक जारी रहेंगे जब तक इजरायल गाजा में जंग बंद नहीं कर देता। अल-मसीराह टीवी के अनुसार, सोमवार (2 सितंबर)और पिछले महीनों में "इजराइल से जुड़े" मालवाहक जहाजों पर कई अन्य हमले हुए, लेकिन हूतियों ने "राजनीतिक कारणों" से उन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली।
पिछले दिनों इंग्लैंड के 'मेरी टाइम ट्रेड ऑपरेशन' ने हूती-नियंत्रित यमन के बंदरगाह शहर होदेदाह के पास लाल सागर में एक मालवाहक जहाज पर हमले की सूचना दी थी। इस बीच, पड़ोसी यमन प्रांत अल-महवित के निवासियों ने सोमवार सुबह फोन पर शिन्हुआ को बताया कि उन्होंने हूती नियंत्रित सैन्य ठिकाने से लाल सागर की ओर दो मिसाइलें दागीं।
नवंबर 2023 से हूती कथित तौर पर इजरायल संबंधित मालवाहक जहाजों को निशाना बनाता आ रहा है। हूती लाल सागर और अदन की खाड़ी के अहम समुद्री मार्ग पर पोतों को कई बार निशाना बना चुका है। उसका कहना है कि ऐसा वो गाजा में फिलिस्तीनीयों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए कर रहा है। 2014 के अंत से हूतियों ने उत्तरी यमन के अधिकांश भाग पर नियंत्रण कर रखा है, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार को राजधानी सना से बाहर होना पड़ा है।