अजमेर: ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर सिर तन से जुदा का भड़काऊ नारा लगाने वाला गौहर चिश्ती जेल से रिहा हो गया है। चिश्ती के साथ 6 अन्य को भी अदालत ने बरी कर दिया था।
मंगलवार 16 जुलाई को कोर्ट का आदेश आया और गुरुवार 18 जुलाई को रिहाई हुई। चिश्ती अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में कैद था।
रिहाई को गौहर चिश्ती ने न्याय की जीत करार दिया। अदालत को धन्यवाद देते हुए कहा, जो मुझे न्यायालय से उम्मीद थी न्याय की, वो न्याय मुझे मिला और इस तरीके के फैसले अगर होते रहे तो तमाम नागरिकों का न्यायपालिका का भरोसा कायम रहेगा ।
गौहर ने खुद को झूठे तरीके से गिरफ्तार किए जाने का आरोप भी लगाया। कहा कि जिस तरीके से मुझ पर झूठा प्रकरण दर्ज किया गया था और न्यायालय ने मुझे बरी किया इसके लिए मैं न्यायालय का शुक्रिया अदा करता हूं और सद्भावना का पैगाम देते हुए कहना चाहूंगा कि हिंदुस्तान के सभी लोग मिलजुल कर रहें। जो पैगाम गरीब नवाज की बारगाह से जाता है वह पैगाम आगे भी जाता रहे।
चिश्ती ने अमन का संदेश दिया। कहा, सभी लोग मिलजुल कर रहें। कुछ जो नापाक ताकतें हिंदुस्तान की एकता और अखंडता को तोड़ना चाहती है उनसे बचकर रहें । वह हर धर्म और वर्ग में मिलेंगे कोई भी बात को मिर्च मसाला लगाकर न कहे जो सत्य है वही कहें। सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं हो सकता और आज जो न्याय की जीत हुई है, सत्य की जीत हुई है, इसका मैं दिल से शुक्र गुजार हूं।