नक्सल मुक्त छत्तीसगढ़ के लिए गढ़चिरौली का मॉडल करना चाहिए लागू : उदय सामंत
नागपुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के नेशनल पार्क इलाके में रविवार को सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ में 31 नक्सलियों को मार गिराया।
मारे गए नक्सलियों में सभी वर्दीधारी माओवादी थे और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है। इस मुठभेड़ में दो जवान शहीद हुए हैं और दो अन्य घायल हुए हैं।
महाराष्ट्र सरकार के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने बीजापुर में हुई नक्सल मुठभेड़ पर अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने कहा मेरा मानना है कि बीजापुर में जो कुछ हुआ, वह चल रहे नक्सली आंदोलन के कारण है, जिसके कारण सुरक्षा बलों के जवानों ने यह कार्रवाई की।
उदय सामंत ने गढ़चिरौली की एक पुरानी घटना का जिक्र किया, जब एकनाथ शिंदे अभिभावक मंत्री थे। उन्होंने कहा कि आपको याद होगा कि चार साल पहले गढ़चिरौली में जब एकनाथ शिंदे अभिभावक मंत्री थे, तब वहां भी इसी तरह की घटना हुई थी। गढ़चिरौली के विकास मॉडल को छत्तीसगढ़ में भी लागू किया जाना चाहिए, जिससे नक्सली हिंसा को कम करने में मदद मिल सके।
गढ़चिरौली में निवेश के अवसरों पर प्रतिक्रिया देते हुए उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा कि बीजापुर में जो हो रहा है, उसका मतलब यह नहीं है कि गढ़चिरौली में भी वही होगा और इस तरह सोचना गलत है। फिलहाल, हमने वहां के उद्योगपतियों के लिए जो भी सुरक्षा की आवश्यकता है, उसे प्रदान करने का निर्णय लिया है। वहां निवेश करने वाले उद्योगपतियों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है।
वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा,'' बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में सुरक्षाबलों की नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में अब तक 31 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। सुरक्षाबल के जवान नक्सलियों की मांद में घुसकर उसका खात्मा कर रहे हैं। जवानों को मिली यह कामयाबी सराहनीय है, उनकी बहादुरी को नमन करता हूं। मुठभेड़ में 2 जवान शहीद एवं 2 जवानों के घायल होने की भी दुःखद खबर प्राप्त हुई है। ईश्वर से शहीद जवानों की आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करने व घायल जवानों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।"