नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी फिच ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर का अनुमान बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया है। पहले उसने मौजूदा वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था के सात प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान व्यक्त किया था।
वैश्विक स्तर पर उथल-पुथल भरे माहौल के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था दूसरे देशों के मुकाबले तेजी से बढ़ रही है। वित्त वर्ष 2023-24 में विकास दर 8.2 प्रतिशत रही है।
फिच की ओर से जारी अनुमान में बताया गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर वित्त वर्ष 2025-26 और वित्त वर्ष 2026-27 में क्रमशः 6.5 प्रतिशत और 6.2 प्रतिशत रह सकती है।
महंगाई पर रेटिंग एजेंसी का कहना है कि इस वर्ष के आखिर में खुदरा महंगाई दर 4.5 प्रतिशत पर आ सकती है। वहीं, 2025 और 2026 में इसके 4.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
हाल ही में वर्ल्ड बैंक की ओर से भी वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी विकास दर का अनुमान 6.4 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया गया है। उसने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जीडीपी विकास दर का अनुमान 6.8 प्रतिशत निर्धारित किया है।