चंडीगढ़: हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को किसानों के दिल्ली कूच पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने किसानों से कहा कि वह इस तरह से आक्रामक न हों, क्योंकि उनका मुद्दा अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। किसानों को दिल्ली में प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं है, किसी भी प्रकार के कार्यक्रम या प्रदर्शन की अनुमति लेना जरूरी है।
अनिल विज ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि किसानों को दिल्ली में जाकर बैठने की इजाजत नहीं है। कोई भी कार्यक्रम करना होता है तो इसके लिए इजाजत लेनी होती है। अगर हम अपने ही शहर में कोई धरना प्रदर्शन करते हैं तो हमें भी इजाजत लेनी पड़ती है। किसान नेताओं को चाहिए था कि वह इजाजत लेकर प्रदर्शन करने की योजना बनाएं, तभी उनकी बात पर विचार किया जा सकता था।
उन्होंने कहा कि किसानों के पास जब तक प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं है, तब तक उन्हें कैसे जाने दिया जा सकता है?
उन्होंने आगे कहा कि किसान नेताओं की मांगों पर बातचीत हो रही है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से जो भी आदेश आएगा, उस पर अमल किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब की सरकार को किसानों से बातचीत करनी चाहिए। जहां किसान धरने पर बैठे हैं, वहां की राज्य सरकार को उनसे बात करनी चाहिए। पंजाब सरकार को इस मुद्दे पर आगे आकर किसान नेताओं से बातचीत करनी चाहिए।
बता दें कि पंजाब-हरियाणा (शंभू) बॉर्डर से किसान एक बार फिर दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। इस आंदोलन में शंभू बॉर्डर पर 13 फरवरी से 8 महीने से ज्यादा समय से धरना दे रहे किसान अब ट्रैक्टर-ट्रॉली के बिना पैदल ही दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं।