मिस्र: डिजिटल फिल्टर एप्लीकेशन लॉन्च, क्षतिग्रस्त प्राचीन वस्तुओं को मूल रूप में देख सकेंगे लोग
काहिरा: तहरीर स्क्वायर स्थित मिस्र म्यूजियम और मिस्री सभ्यता के राष्ट्रीय संग्रहालय में क्षतिग्रस्त प्राचीन कलाकृतियों के पुनर्निर्माण के लिए एक नया डिजिटल फिल्टर एप्लीकेशन लाॅन्च किया गया है।
मिस्र की प्राचीन वस्तुओं को बढ़ावा देने के लिए इंटरेक्टिव मोबाइल एप्लीकेशन नामक इस प्रोजेक्ट में वर्चुअल रियलिटी तकनीक का उपयोग किया गया है, ताकि यह दिखाया जा सके कि सिलेक्टेड अपूर्ण वस्तुएं हजारों साल पहले मूल रूप से कैसी दिखती थीं।
मिस्र के म्यूजियम के महानिदेशक अली अब्देल-हलीम ने कहा कि टेक्नोलॉजी दिग्गज मेटा द्वारा डिजाइन किए गए और मिस्र के पर्यटन और पुरावशेष मंत्रालय की निगरानी में इंस्टाग्राम फिल्टर की शुरुआत कुछ प्राचीन कलाकृतियों से हुई, जिसमें प्राचीन मिस्र के राजा तूतनखामुन का रॉक स्टैच्यू भी शामिल है।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य आधुनिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का लाभ उठाकर मिस्र की संस्कृति को बढ़ावा देना और उसकी रक्षा करना है।
अधिकारी ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के जरिए पर्यटकों को पुरानी मूर्तियों से जुड़ी जानकारी बड़ी ही आसानी से मिल सकेगी। वह सभी मूर्तियों के नीचे लगे बारकोड को स्कैन करके क्षतिग्रस्त मूर्तियों और कलाकृतियों को उनके पूर्ण रूप में देख पाएंंगे।
अब्देल-हलीम ने कहा, "यह प्रोजेक्ट एतिहासिक विरासत और स्मारकों से समृद्ध देश में सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने का भी काम करेगा।"
हाल के वर्षों में मिस्र में कई प्रमुख पुरातात्विक खोजें हुई हैं, नए संग्रहालयों का शुभारंभ किया है। प्राचीन विरासत को संरक्षित करने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई पुरातात्विक स्मारकों का जीर्णोद्धार किया गया है, जो देश के लिए कमाई का एक प्रमुख जरिया है।