कोलकाता: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) शेख शाहजहां के काले धन को सफेद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली दो महिलाओं सहित चार लोगों की तलाश कर रही है। यह जानकारी सूत्रों ने दी है।
इनकी पहचान जया शॉ, राबेया बीबी मोल्ला, प्रताप बिस्वास और जॉर्ज कुट्टी के रूप में हुई है। ये सभी फिलहाल फरार हैं। ईडी इनका पता लगाने का प्रयास कर रही है। सूत्रों ने कहा कि दस्तावेजों की जांच से पता चला है कि शाहजहां और उसके परिजनों ने इन चारों के साथ कई लेन-देन किए हैं।
सूत्रों ने कहा कि ईडी के अधिकारी उनके ठिकानों का पता लगाने के लिए अन्य केंद्रीय एजेंसियों की मदद ले रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि ईडी के अधिकारी फरार चल रहे शाहजहां के छोटे भाई शेख सिराजुद्दीन को भी पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं। बताया जाता है कि सिराजुद्दीन अपने बड़े भाई के मछली निर्यात व्यवसाय को संभालता था। इसके जरिए अवैध स्रोतों से प्राप्त धन को डायवर्ट किया जाता था।
सूत्रों ने बताया कि ईडी के अधिकारी यह स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं कि करोड़ों रुपये के राशन वितरण मामले में धन का एक हिस्सा शाहजहां के मछली पालन और मछली निर्यात व्यवसाय में निवेश के माध्यम से कैसे चैनलाइज किया गया था। सूत्रों ने बताया कि शाहजहां सहित 50 व्यक्तियों के खातों की किताबें वर्तमान में केंद्रीय एजेंसी की जांच के दायरे में हैं। जांच अधिकारियों को इन लोगों के खिलाफ राशन-वितरण मामले में आय प्राप्त करने का सुराग मिला है। ईडी इनमें से कुछ से पूछताछ के लिए समन भी भेजने की तैयारी कर रही है।
ईडी ने राशन-वितरण मामले में पूछताछ के लिए लोकप्रिय बंगाली फिल्म अभिनेत्री रितुपर्णा सेनगुप्ता को पहले ही दो समन भेजे हैं। हालांकि, वह अभी तक ईडी के समक्ष पेश नहीं हुई हैं। शेख शाहजहां को फरवरी में गिरफ्तार किया गया था और तब से वह जेल में है। गिरफ्तारी के बाद उसे तृणमूल कांग्रेस ने निलंबित कर दिया था।