भारत में उत्पादन बढ़ने से 2025 में कोयले की कीमतों पर रह सकता है दबाव : रिपोर्ट

Update: 2024-12-06 03:07 GMT
नई दिल्ली: एसएंडपी ग्लोबल की गुरुवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में कोयले के बढ़ते घरेलू उत्पादन और चीनी अर्थव्यवस्था में मंदी से 2025 के दौरान एशियाई बाजारों में जीवाश्म ईंधन की कीमत पर दबाव रहने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में कोयले की बढ़ती घरेलू आपूर्ति और आयात पर निर्भरता कम करने के सरकार के जोर के कारण औद्योगिक खरीदारी घरेलू बाजार तक ही सीमित रहने की संभावना है।
कमोडिटी इनसाइट्स में प्रमुख अनुसंधान विश्लेषक विग्नेश सुंदरम ने बुनियादी ढांचे पर पूंजीगत व्यय में वृद्धि के कारण 2025 में कुल आयात लगभग 206 मिलियन मीट्रिक टन रहने का अनुमान लगाया है।
उन्होंने आगे बताया कि घरेलू उत्पादन बढ़ने के कारण आयात स्थिर रह सकता है।
रिपोर्ट में यह भी आशंका जताई गई है कि चीनी अर्थव्यवस्था में मंदी के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोयले की मांग कम हो जाएगी।
एसएंडपी ग्लोबल कमोडिटीज के ताजा आंकड़ों के अनुसार, चीन ने 2024 में अब तक लगभग 353 मिलियन मीट्रिक टन (एमटी) कोयले का आयात किया।
एसएंडपी ग्लोबल कमोडिटी इनसाइट्स के एक वरिष्ठ विश्लेषक पैट सी खू के अनुसार, स्थिर घरेलू आपूर्ति और कोयला आधारित बिजली उत्पादन वृद्धि में नरमी के बीच चीन में 2025 में लगभग 380 मिलियन टन थर्मल कोयले का आयात होने की संभावना है, जो 2024 के आयात से थोड़ा कम है।
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका चीनी वस्तुओं पर निर्यात शुल्क बढ़ा सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "हमारा मानना ​​है कि अमेरिका 2025 के मध्य में चीन से होने वाले आयात पर प्रभावी शुल्क को वर्तमान में लगभग 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर देगा। इस कारण 2025 में चीनी जीडीपी वृद्धि दर 4.1 प्रतिशत रहने का अनुमान भी लगाया गया है, जो सितंबर बेसलाइन से 0.2 प्रतिशत कम है।"
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