नई दिल्ली: यमुना नदी में सफेद झाग पर सियासत तेज हो गई है। दिल्ली सरकार इसके लिए पड़ोसी राज्यों को जिम्मेदार मान रही है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने इसे सरकार की नकामी बताई है।
देवेन्द्र यादव सोमवार को कालिन्दी कुंज स्थित यमुना तट का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। उन्होंने कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ नाव में बैठकर यमुना में प्रदूषण को नजदीक से देखा। मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनका वादा याद कराया जिसमें उन्होंने कहा था - "दिल्ली सरकार यमुना की सफाई को लेकर युद्धस्तर पर काम कर रही है और साल 2025 तक यमुना स्वच्छ और निर्मल होगी। मैं खुद यमुना नदी में डुबकी लगाने आऊंगा।"
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, "मैं अरविंद केजरीवाल को यमुना नदी में डुबकी लगाने के लिए आमंत्रित करता हूं। दिल्ली में वायु प्रदूषण के बाद यमुना प्रदूषण पर दिल्ली सरकार विफल हुई है। लेकिन, दिल्ली वालों ने तय कर लिया है कि यमुना को दूषित करने वालों के पाप की कोई माफी इस बार नहीं मिलने वाली है।
उन्होंने कहा कि यह दिल्ली की आप सरकार की पुरानी आदत है कि जब वह फेल होती है तो दूसरे लोगों पर आरोप लगाने लग जाते हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि यमुना में सफाई के नाम पर करोड़ों रुपया भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा है। दिल्ली सरकार की जेबों में यह पैसा गया है। दिल्ली की जनता ने इन्हें साल 2015 में 67 सीटें दीं, साल 2020 में 62 सीटें दीं, इस उम्मीद में दिल्ली की समस्या का समाधान होगा। लेकिन दिल्ली सरकार समाधान नहीं ढूंढ पाई बल्कि समस्या ही बढ़ा दी है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार जनता के सामने एक्सपोज हो चुकी है। जनता का विश्वास सरकार पर नहीं रहा है। यमुना की सफाई का प्रयास किया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अगर यमुना को बचाया जाता तो दिल्ली के लोगों को पानी के लिए तरसना नहीं पड़ता।