नई दिल्ली: स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए रक्षा मंत्रालय के कर्मचारी और अधिकारी प्रत्येक सप्ताह श्रमदान करेंगे। मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कार्यस्थल पर स्वच्छता बनाए रखने के लिए रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से प्रत्येक सप्ताह कुछ घंटे श्रमदान करने का आह्वान किया।
रक्षा मंत्री का मानना है कि स्वच्छ और व्यवस्थित कार्य स्थल से कार्य की उत्पादकता बढ़ती है। राजनाथ सिंह ने मंगलवार को श्रमदान के आह्वान के साथ ही साउथ ब्लॉक में अधिकारियों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई।
उन्होंने साउथ ब्लॉक में कार्यालय परिसर और द्वार संख्या 9 के पास हाल में पुनरुद्धार किए गए गलियारे और सौंदर्यीकृत प्रांगण का निरीक्षण किया। रक्षा मंत्री ने इस अवसर पर स्वच्छता वीरों को सम्मानित किया, जिनके अथक प्रयासों का साउथ ब्लॉक परिसर की स्वच्छता और सफाई में महत्वपूर्ण योगदान है। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि इस अभियान को तीन स्तर पर संचालित किया गया। इसमें रखरखाव और स्वच्छता अभियान के साथ-साथ भवन, गलियारे और प्रांगण का सौंदर्यीकरण, पुराने अभिलेखों की छंटाई, पुराने उपकरणों और लकड़ी के साजो-सामान का निपटान तथा वीआईपी संदर्भों और शिकायतों के निपटान और उनका समाधान शामिल है।
गौरतलब है कि रक्षा मंत्रालय और उसके अधीनस्थ कार्यालयों ने देश भर में 3,832 स्थानों पर स्वच्छता अभियान चलाया है। इस स्वच्छता अभियान में मुख्यत: उपलब्ध संसाधनों के उत्तम उपयोग और कबाड़ के निपटान से राजस्व अर्जित करने पर ध्यान दिया गया है। इसी के अंतर्गत रक्षा मंत्रालय के संगठनों में बेकार सामानों और आईटी उपकरणों को हटाकर उनके निपटान से राजस्व अर्जित किया गया है।
इस अभियान के अंतर्गत देशभर में 2 लाख 81 हजार वर्ग फुट से अधिक जगह बेहतर उपयोग के लिए खाली की गई। कुल 36,444 फाइलों का निपटान किया गया। अभियान के दौरान केंद्रीकृत लोक शिकायत निवारण और निगरानी प्रणाली (सीपीजीआरएएमएस) की 169 सार्वजनिक शिकायतें और सांसदों व अति विशिष्ट व्यक्तियों की 45 संस्तुतियों का समाधान किया गया है।