हरिद्वार: 2 अगस्त को शिवरात्रि के मौके पर देशभर के मंदिरों में कांवड़ियों ने भगवान शिव को पवित्र गंगा जल चढ़ाकर अपनी कांवड़ यात्रा का समापन किया। दूसरी तरफ, हरिद्वार में भी जिला अधिकारियों ने हर की पैड़ी से गंगा जल लेकर शिव मंदिरों में पूजा अर्चना की और प्रदेश की खुशहाली की मन्नत मांगी।
इसी के साथ ही हरिद्वार का कांवड़ मेला भी समाप्त हुआ। लेकिन, कई दिनों तक चले कांवड़ मेले के दौरान हरिद्वार में कई हजार मीट्रिक टन कूड़ा इकट्ठा हो गया। मालूम हो कि गुरु पूर्णिमा के मौके पर शुरू हुई कांवड़ मेला शिवरात्रि को संपन्न हुई। इस मेले में देशभर से 4 करोड़ 14 लाख शिव भक्त हरिद्वार पहुंचे। इस दौरान गंगा के किनारों पर कूड़े का ढेर लग गया। हालांकि, कांवड़ मेले के दौरान, नगर निगम की टीम तैनात रही और गंगा किनारे ढेर लगे कूड़े को हटाने का काम किया। यहां पर कूड़े में बड़ी मात्रा में पॉलिथीन भी थी।
नगर निगम हरिद्वार आयुक्त वरुण चौधरी ने बताया कि कांवड़ मेला शुरू होने से पहले हमने निगम को सात सेक्टर में बांटा था। सात सेक्टर में सात नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए थे। सभी सातों सेक्टर पर तीन पारियों में कूड़ा उठाया गया। कांवड़ मेले के दौरान 6 हजार मैट्रिक टन कूड़ा उठाया गया है। 1 हजार से ज्यादा सफाई कर्मी इसके लिए तैनात थे। रात के वक्त में ज्यादा कर्मचारी तैनात किए गए थे।
उन्होंने बताया कि कांवड़ मेले के शुरू होने से पहले हमने इसकी तैयारी शुरू कर दी थी। नगर निगर के सफाई कर्माचारियों को इसे बारे में ट्रेनिंग दी गई थी। कांवड़ मेले के दौरान हमने पुलिस और जिला प्रशासन से तालमेल बनाए रखा। उन्होंने कहा कि प्रशासन के द्वारा हमें काफी सहयोग मिला।