नई दिल्ली: दिल्ली में कांग्रेस पार्टी अपने बलबूते विधानसभा चुनाव लड़ेगी। गुरुवार को कांग्रेस ने यह ऐलान किया। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के मुताबिक, वे दिल्ली में अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस का कहना है दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लगातार संघर्ष के बाद दिल्ली में जो माहौल बन रहा है, उससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव का कहना है कि आगामी सरकार कैसे चलाई जाए, इसके लिए जनता के बीच जाकर 'दिल्ली आओ, दिल्ली चलाओ' अभियान शुरू किया गया है। इसके अंतर्गत कांग्रेस पार्टी अपने घोषणा पत्र के लिए सुझाव और विचार ले रही है।
यादव ने कहा, "दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास के लिए आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच जो तनातनी चल रही है, वह दिल्ली की जनता से छिपी नहीं है। दिल्ली की जनता भाजपा और आम आदमी पार्टी की रोज की नौटंकी और दिल्ली सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार से परेशान है।"
विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने गुरुवार को सभी 14 जिला कमेटियों की बैठक की। इसमें संगठनात्मक मजबूती, विधानसभा चुनाव की तैयारियों और भाजपा व आम आदमी पार्टी की सत्ता की लड़ाई को दिल्ली वालों तक पहुंचाने के उद्देश्य से चर्चा की गई।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव का कहना है कि दिल्ली विधानसभा चुनावों के नजदीक आने के साथ-साथ बूथ, ब्लॉक और जिला स्तर पर अधिक सक्रिय और एकता कायम करनी है। हर घर तक कांग्रेस पार्टी की विचारधारा, महंगाई, बेरोजगारी जैसी जनता से जुड़ी समस्याओं से अवगत कराना होगा।
वहीं, आम आदमी पार्टी ने यह आरोप लगाया है कि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी से सिविल लाइंस स्थित सीएम आवास खाली करवाया गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, यह देश में पहली बार हुआ है, जब उपराज्यपाल ने जबरन सीएम का सामान सीएम आवास से निकलवाया है।
इसके अलावा कांग्रेस का कहना है कि केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, संजय सिंह, सहित इनके अधिकारी सहित कई मौजूदा मंत्री और विधायकों पर भ्रष्टाचार के आरोप के आपराधिक केस चल रहे हैं।