बांग्लादेशी घुसपैठियों के संबंध में ममता बनर्जी के बयान पर कांग्रेस ने कहा, गंभीरता से लिया जाना चाहिए
नई दिल्ली: बांग्लादेशी घुसपैठियों के सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की सहायता से भारतीय सीमा में घुसने वाले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर उत्तर प्रदेश के अमेठी से कांग्रेस सांसद केएल शर्मा ने कहा इसको गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
कांग्रेस सांसद केएल शर्मा ने कहा, " बॉर्डर पर कुछ जगहों पर बीएसएफ और कुछ जगहों पर एसएसबी निगरानी करती है। ये सारे पैरामिलिट्री फोर्सेज केंद्र सरकार के अधीन आती हैं। अगर घुसपैठिए देश में आ रहे हैं, तो यह केंद्र सरकार की नाकामी है। इसमें राज्य सरकार की कोई भूमिका नहीं होती है। अगर पंजाब से भी कोई घुसपैठ होती है, तो यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी नहीं है।"
कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने ममता बनर्जी के इस बयान पर कहा, "हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह को एक टीवी इंटरव्यू में कहते हुए सुना था कि वहां पर भारत का बॉर्डर करीब 93 प्रतिशत तक सील हो चुका है। लेकिन इसके बावजूद लोग घुसपैठ कर रहे हैं तो यह किसकी चूक है। बॉर्डर और बीएसएफ केंद्र सरकार के अधीन आता है, ये उन्हीं की जिम्मेदारी है। ममता बनर्जी ने क्या कहा है, इसकी मुझे जानकारी नहीं है, लेकिन अगर ऐसी बात कही गई है, तो इसको गंभीरता से लेना चाहिए।"
स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के नाम पर इंस्टीट्यूट बनाने और बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसका शिलान्यास करने को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, भाजपा फीता काटने की राजनीति बहुत करती है। महत्वपूर्ण यह नहीं है कि वो इंस्टीट्यूट किसके नाम पर बना रहे हैं। पिछले 11 साल में उन्होंने सावरकर के नाम पर कोई योजना नहीं शुरू की। सावरकर का अंग्रेजों के साथ क्या रिश्ता था, इसको पूरा देश जानता है। वो एक नहीं 50 यूनिवर्सिटी बनाएं, बच्चे पढ़ने के लिए बाहर जाते हैं।
पीएम मोदी के राजस्थान के अजमेर शरीफ में चादर भेजने को लेकर आलोक शर्मा ने स्वागत किया। उन्होंने बताया कि अजमेर शरीफ में भारत के प्रधानमंत्री के चादर भेजने की रवायत रही है।