मुंबई: शिवसेना शिंदे गुट के उम्मीदवार संजय निरुपम ने कन्हैया कुमार के उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस को लेकर विवादित टिप्पणी की थी।
दरअसल, कन्हैया कुमार ने नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा था कि जब नेता धर्म युद्ध की बात करते हैं, तो उनकी पत्नी इंस्टाग्राम पर "रील" बनाती हैं। कन्हैया कुमार का यह बयान तुरंत ही विवादों में घिर गया, और इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है।
संजय निरुपम ने कन्हैया कुमार के बयान को गलत और निंदनीय बताते हुए कहा कि यह टिप्पणी पूरी तरह से अनुचित और अपमानजनक है। आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर रही हैं। यह वक्तव्य न केवल अमृता फडणवीस बल्कि सभी महिलाओं के लिए गलत है, जिनका सम्मान किया जाना चाहिए।
संजय निरुपम ने यह भी कहा कि कन्हैया कुमार को इस बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना को ठेस पहुंचाता है। आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। उनका यह वक्तव्य गलत है जिसका मैं विरोध करता हूं, उन्हें क्षमा मांगनी चाहिए।
संजय निरुपम ने कांग्रेस के नए नारे "अगर हम बंटेंगे, तो हमारे पॉकेट कटेंगे" पर भी बयान दिया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए नारे "बटेंगे तो कटेंगे" और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए "एक हैं तो सेफ हैं" के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि एकता में ही ताकत होती है।
उन्होंने कहा कि जो लोग विभाजन की बात करते हैं, वही कभी देश की एकता की ओर नहीं बढ़ सकते। परम पूज्य बाबा साहब अंबेडकर जी और साहू महाराज जी ने भी हमेशा एकजुट रहने की बात की थी और यही सही रास्ता है। कोई ऐसा विचारक नहीं है जो एकजुट होने के खिलाफ कहता है, एक ही विचारक हैं और वो कांग्रेस वाले हैं जो डिवाइड एंड रूल की बात कहते हैं। उन्होंने कहा, "कांग्रेस वाले कहते हैं कि बंट-बंट के रहो ताकि हमें रोटी सेकने का मौका मिले।"