टिहरी में आपदा प्रभावितों से मिले सीएम धामी, हरसंभव मदद का दिया भरोसा

Update: 2024-07-31 03:19 GMT
टिहरी: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को दिल्ली से टिहरी के आपदा प्रभावित भिलंगना ब्लॉक के तोली गांव का दौरा करने पहुंचे। जहां आपदा पीड़ितों ने मुख्यमंत्री को अपनी पीड़ा सुनाई। टिहरी के तोली गांव में 26 जुलाई की रात को अचानक भयानक आपदा आई थी, जिसमें पूरा का पूरा पहाड़ भारी बारिश में ढह गया थ और पूरा गांव इसकी चपेट में आ गया था।
इस आपदा में एक मां-बेटी की घर में दबकर मौत हो गई थी। जबकि कई लोग घायल हो गए थे। मुख्यमंत्री धामी ने आपदा पीड़ितों को आश्वासन देते हुए कहा, जिस दिन आपदा आई तो प्रातः काल ही मैंने सर्वप्रथम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की। मैं अति महत्वपूर्ण बैठक होने के कारण, राज्य का पूरा प्रतिनिधित्व होने के कारण, आप सब के बीच में दो दिन बाद आया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि वह लगातार डीएम, कमिश्नर और अपनी पार्टी के जिलाध्यक्ष के संपर्क में थे। उन्होंने कहा कि "जो लोग हताहत हुए हैं, और दो लोगों का जो इसमें देहांत हुआ है, उनको भगवान अपने श्रीचरणों में स्थान दें। उनके परिवारजनों को सबको इस दुख की घड़ी में शक्ति प्रदान करें।"
"इस आपदा में पूरी सरकार और प्रशासन आपके साथ खड़ा है। हमारे सारे जनप्रतिनिधि आपके साथ खड़े हैं। यदि आवश्यकता पड़ी तो हम और अधिक राहत कैंप लगवाने के लिए तैयार हैं। जो खतरे की जद में आने वाले गांव या मकान हैं, उनमें से निश्चित रूप से सभी को राहत शिविरों में लाया जाएगा। हमारे यहां 2012-13 में भी काफी नुकसान हुआ था। हमारे राज्य उत्तराखंड में मानसून का समय बहुत कठिन होता है।"
उन्होंने कहा कि आपदा को हम रोक तो नहीं सकते, लेकिन आपदा के बाद जो उसकी परेशानियां है, उसको कम कर सकते हैं। हमारा प्रयास होगा कि हर तरीके से सबसे पहले यहां का जनजीवन पूरी तरह से अपनी सामान्य स्थिति में आए। हम राज्य और भारत सरकार की तरफ से जो भी सहायता कर सकते हैं, वह अवश्य करेंगे।
मुख्यमंत्री धामी ने घरों के आसपास सुरक्षात्मक दीवार और तटबंध बनाने की बात भी की। उन्होंने बताया कि विस्थापन के लिए कार्यवाही शुरू हो गई है और जहां भी जिस गांव में भी, जिस स्थान में भी जिस मकान को भी विस्थापन करने की जरूरत होगी, उसका हर संभव विस्थापन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से आपदा राहत के नियमों के तहत हम सहायता करेंगें। इसके अतिरिक्त भी जो भी सहायता होगी, वह सहायता करेंगें। जब तक सभी प्रकार से व्यवस्था नहीं होती है, कोशिश करेंगे कि किसी को कोई परेशानी न हो। सभी को उनकी आवश्यक वस्तुएं समय पर प्राप्त हो।
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