ट्यूनिस: आगामी 6 अक्टूबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए चुनावी अभियान आधिकारिक तौर पर ट्यूनीशिया की धरती पर शुरू हो गया। यह अभियान दो दिन पहले ही विदेश में शुरू हो चुका है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि ट्यूनीशिया के स्वतंत्र उच्च चुनाव प्राधिकरण (आईएसआईई) के अनुसार, शनिवार को शुरू हुआ अभियान 4 अक्टूबर की मध्यरात्रि तक जारी रहेगा।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि ट्यूनीशिया के स्वतंत्र उच्च चुनाव प्राधिकरण (आईएसआईई) के अनुसार, शनिवार को शुरू हुआ अभियान 4 अक्टूबर की मध्यरात्रि तक जारी रहेगा। 2 सितंबर को आईएसआईई ने तीन उम्मीदवारों की अंतिम सूची की घोषणा की। इसमें वर्तमान राष्ट्रपति कैस सईद का नाम शामिल हैं जो दूसरे पांच साल के कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा दो अन्य उम्मीदवारों में- पीपुल्स मूवमेंट पार्टी के महासचिव, जौहैर मगजौई और अजीमौन मूवमेंट के महासचिव, अयाची जम्मेल शामिल हैं, जो चुनाव संबंधी अनियमितताओं के कारण अभी भी हिरासत में हैं।
दूसरे दौर का राष्ट्रपति चुनाव अभियान, पहले राउंड के अंतिम परिणामों के प्रकाशन के अगले दिन से शुरू होगा। राष्ट्रपति चुनाव के अंतिम परिणाम 9 नवंबर तक घोषित किए जाएंगे। आईएसआईई ने पहले ही मतपत्र का मॉडल प्रकाशित कर दिया है। इसके अलावा अभियान के दौरान पारदर्शिता और तटस्थता के नियम स्थापित कर दिए हैं, साथ ही निष्पक्ष सुनवाई सुनिश्चित करने के लिए विशिष्ट निषेधाज्ञा लगाई गई है। इसके अलावा परिणामों की आधिकारिक घोषणा तक राजनीतिक सर्वेक्षण प्रकाशित करने पर भी रोक है।
ट्यूनीशिया के केंद्रीय बैंक ने उम्मीदवारों के चुनावी खातों के बारे में एक परिपत्र जारी किया है, जिसमें वित्तपोषण के तरीकों को निर्दिष्ट किया गया है और विदेशी संस्थाओं या व्यक्तियों से किसी भी तरह के योगदान पर रोक लगाई गई है। चुनाव अभियान की शुरुआत के बावजूद, देश में एक प्रकार की उदासीनता और विपक्ष की ओर से संभावित प्रतिक्रिया या तोड़फोड़ के प्रयासों के प्रति चिंता दिखाई देती है।
इससे पहले शुक्रवार को ट्यूनिस में सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया, जिसमें कार्यकर्ता और नागरिक समाज के सदस्य शामिल थे। उन्होंने अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी मीडिया में अपराधों को नियंत्रित करने वाले अनुच्छेद 54 जैसे दमनकारी माने जाने वाले आदेशों को रद्द करने की भी मांग कर रहे थे।
हाल के दिनों में, ट्यूनीशियाई अधिकारियों ने इस्लामवादी आंदोलन एन्नाहदा के सदस्यों सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है, जिससे देश में और भी राजनीतिक तनाव पैदा हो गया है। ट्यूनीशिया में हर पांच साल में राष्ट्रपति चुनाव होते हैं, सईद 2019 में राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए थे।