उत्तरकाशी में हुए लाठीचार्ज पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की सफाई, कहा - 'यह सामान्य घटना'
देहरादून: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मस्जिद को अवैध बताकर आंदोलन कर रहे हिंदूवादी संगठनों और अन्य लोगों पर लाठीचार्ज की घटना पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की प्रतिक्रिया सामने आई। उन्होंने इस घटना को "सामान्य" बताया है।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारी निर्धारित रूट से हटकर जा रहे थे, जिससे पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। प्रदर्शनकारियों को जिस रूट पर जाने की अनुमति दी गई थी, वह उससे अलग रास्ते पर थे। इसलिए पुलिस को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी। इसे किसी भी प्रकार से हिंसक घटना नहीं कहा जा सकता।
उल्लेखनीय है कि हिंदूवादी संगठनों और अन्य लोगों ने एक मस्जिद को अवैध बताकर वहां विरोध-प्रदर्शन किया था। गुरुवार को संयुक्त सनातन धर्म रक्षक दल द्वारा आयोजित एक रैली के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। झड़प में पथराव और लाठीचार्ज के परिणामस्वरूप 27 लोग घायल हुए, जिनमें आठ पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
रैली को प्रशासन की ओर से पूर्वानुमति प्राप्त थी। लेकिन प्रदर्शनकारी प्रशासन की ओर से तय रूट से हटकर दूसरे रास्ते से जाने की जिद कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिसके बाद कुछ प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग करने की आवश्यकता पड़ी, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई।
पथराव और लाठीचार्ज के बाद अधिकारियों ने इलाके में बीएनएस की धारा 163 लागू कर दी, जिसमें पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध होता है। इसके अलावा, सभा, जुलूस, और लाउड स्पीकरों के उपयोग पर भी पाबंदी लगा दी गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए ये कदम उठाए गए हैं।