ब्लैकआउट : देश भर में बिजली गुल, पावर सब स्टेशन में घुस आए थे बंदर

Update: 2025-02-10 02:52 GMT
कोलंबो: श्रीलंका के अधिकारी रविवार को हुई देशव्यापी बिजली कटौती के बाद बिजली बहाल करने की कोशिशों में जुटे हैं। सरकारी स्वामित्व वाले बिजली उत्पादक और आपूर्तिकर्ता, सीलोन इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड (सीईबी) ने यह घोषणा की।
सीईबी के अनुसार, देश के पश्चिमी प्रांत में पनादुरा ग्रिड सब स्टेशन में आपात स्थिति के कारण बिजली कटौती हुई।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, स्थानीय समयानुसार सुबह 11:30 बजे बिजली कटौती शुरू हुई और तीन घंटे से अधिक समय तक जारी रही। अधिकारी बिजली सप्लाई पूरी तरह से बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं।
सीईबी के अध्यक्ष तिलक सियाम्बलपतिया ने जनता को आश्वासन दिया कि बिजली बहाल करने के लिए त्वरित कार्रवाई की जा रही है।
इस बीच, ऊर्जा मंत्रालय के सचिव प्रोफेसर उदयंगा हेमपाल ने पुष्टि की कि राष्ट्रीय ग्रिड में असंतुलन के कारण बिजली गुल हुई।
स्थानीय मीडिया ने ऊर्जा मंत्री कुमारा जयकोडी का हवाला देते हुए बताया कि बिजली गुल होने की वजह बंदरों का एक समूह था जो सब स्टेशन में घुस गया और नुकसान पहुंचाया।
मंत्री ने कहा कि ये जानवर 'हमारे ग्रिड ट्रांसफॉर्मर के संपर्क में आए जिससे सिस्टम में असंतुलन पैदा हो गया"।
इस बीच, राष्ट्रीय जल आपूर्ति और जल निकासी बोर्ड ने जनता से बिजली पूरी तरह से बहाल होने तक पानी बचाने की अपील की।
हालांकि कुछ इलाकों में बिजली बहाल कर दी गई है, लेकिन यह तुरंत स्पष्ट नहीं है कि यह कटौती कितने समय तक जारी रहेगी।
22 मिलियन की आबादी वाले द्वीप राष्ट्र में अस्पताल और व्यवसाय जनरेटर या इनवर्टर का इस्तेमाल कर रहे हैं।
हाल के वर्षों में श्रीलंका में सब स्टेशन में समस्याओं के कारण कई बार देश भर में बिजली कटौती हुई है।
श्रीलंका के लोगों को 2022 की गर्मियों में कई महीनों तक बिजली कटौती का सामना करना पड़ा, जब देश आर्थिक संकट में फंस गया।
2023 श्रीलंकाई ब्लैकआउट, दरअसल देश भर में बिजली कटौती की एक श्रृंखला थी, जो 9 दिसंबर, 2023 को श्रीलंका में हुई थी। ब्लैकआउट स्थानीय समयानुसार शाम करीब 5 बजे शुरू हुआ और तीन घंटे से अधिक समय तक चला। देश की मुख्य आपूर्ति श्रृंखला में एक व्यवस्थित विफलता और कोटमाले बियागामा ट्रांसमिशन लाइन के टूटने के कारण बिजली कटौती हुई थी।
2016 में भी देश भर में बिजली कटौती का सामना करना पड़ा था।
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