वसुधैव कुटुंबकम की भावना के खिलाफ काम कर रही भाजपा : कांग्रेस नेता शकील अहमद
पटना: कांवड़ यात्रा के दौरान रास्ते में पड़ने वाले दुकानों पर दुकान मालिकों द्वारा अपना नाम लिखने को लेकर सियासत जारी है। कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने इसको हिंदू-मुस्लिम रिश्तों में दूरी बढ़ाने वाला बताया।
शकील अहमद ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "मान लीजिए, पत्रकारिता की दुनिया में भी सभी धर्म-समुदाय के लोग हैं, तो हिंदू समुदाय के जो लोग हैं, वो मुसलमान समुदाय के पास नहीं जाएंगे, ऐसा संभव नहीं है।
उन्होंने कहा, जब लोग बर्फानी बाबा का दर्शन करने जाएंगे। तो वहां पर जो कश्मीरी मुसलमान हैं, उनका सहारा नहीं लेंगे, हमारे यहां जो कांवड़ यात्रा निकलती है, तो इस दौरान दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा बनाई गई चीजों का इस्तेमाल होता है।
शकील अहमद ने कहा, ऐसी मान्यता है कि इंद्र देवता बारिश कराते हैं। सूर्य देवता, प्रकाश देते हैं, तो इसको भी धर्मों में बांटा जा सकता है क्या? ऐसी बातें कहां से कहां तक जाएंगी।
उन्होंने कहा, जो लोग विचारशून्य होते हैं। वही लोग ऐसे दिमाग से काम करते हैं। बहुत सारे मुहल्ले ऐसे होंगे, जहां पर मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं, वहां 2-4 दुकानें हिंदू समाज के लोगों का होगा। इसी तरह बहुत जगह ऐसे क्षेत्र होंगे, जहां हिंदुुुओं की बहुलता होगी, वहां 2-4 दुकानें मुस्लिम समाज के लोगों की होगी।
कांग्रेस नेता ने कहा, डॉक्टर, वकील, इंजीनियर और टीचर अलग-अलग धर्मों के होंगे, तो क्या सबका बॉयकॉट किया जाएगा। मैं देशवासियों से अपील करना चाहूंगा कि, ऐसे लोग देश की अस्मिता और भावना के खिलाफ काम कर रहे हैं। भारत में वसुधैव कुटुंबकम की जो परंपरा है, उसके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के लोग काम कर रहे हैं।
बता दें शनिवार को भाजपा नेता हरि भूषण ठाकुर ने यूपी की तरह, बिहार में भी कांवड़ पथ पर दुकानदारों की पहचान के लिए दुकानों पर नाम लिखने की वकालत की थी।