झारखंड में भाजपा चुनाव हारी, लेकिन जनता में स्वीकृति बढ़ी : रविंद्र कुमार राय
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिली हार पर राज्य में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र राय ने हार को स्वीकार करते हुए कहा है कि भाजपा भले ही इस चुनाव में हार गई हो, लेकिन झारखंड की "जनता में हमारी स्वीकृति पहले से कहीं ज्यादा बढ़ी है"।
रविंद्र राय ने रविवार को आईएएनएस से कहा, "हम भले ही इस चुनाव में हार गए हों, लेकिन झारखंड की जनता में हमारी स्वीकृति पहले से कहीं ज्यादा बढ़ी है। यह सही है कि झारखंड की जनता को विभाजित करने में और उसके वोटों को बांटने में 'इंडी' गठबंधन के लोग सफल हो गए और कुछ नए राजनीतिक दलों ने भी अपनी नई पहचान बनाई। इस कारण झारखंड की जनता अपनी एकता को भूल गई और स्वाभाविक रूप से भाजपा को जो समर्थन था, उसमें कमी आई। हालांकि, चुनावी परिणाम में हमें झटका जरूर लगा, लेकिन हम इसके बारे में चिंतित नहीं हैं।"
उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य सिर्फ सत्ता में आना नहीं है। झारखंड के हित में हम हमेशा कार्य करते आए हैं। जब झारखंड बना, तो हमारी सरकार बनी थी, लेकिन उस समय बिहार में आरजेडी की सरकार थी। हम राज्य के विकास और झारखंड के लोगों के हित में काम करना जारी रखेंगे। आने वाले दिनों में हम झारखंड के समाज को एकजुट करेंगे, उसे विभाजित होने से बचाएंगे। जो वर्ग इस चुनाव में हमसे दूर दिखे हैं, उन्हें हम फिर से अपने साथ जोड़ेंगे। जैसा हमने कहा था, बंटोगे तो धोखा खाओगे, यही अब साबित होने वाला है।"
उन्होंने कहा, "हमने जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं हुए थे, लेकिन 2024 में जो वादे किए गए हैं, वे पूरे होंगे। हम इसके लिए तैयार हैं। राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच कानूनी पेचीदगियों में फंसाने की कोशिशें हो रही हैं, लेकिन झारखंड की जनता जल्द ही समझेगी कि भाजपा ने जो कहा था, वही सच था। आने वाले दिनों में भाजपा ही झारखंड के लोगों के हितों की रक्षा करेगी।"