लखनऊ: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव रक्षाबंधन के मौके पर रविवार को लखनऊ कार्यालय में एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान महिलाओं ने उन्हें राखी बांधी और मिठाइयां खिलाई।
कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने कहा कि मैं उन 69,000 युवाओं और शिक्षकों को बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने लगातार विरोध किया है। मैं उनकी नियुक्ति पर उन्हें बधाई देता हूं। मुझे उम्मीद है कि सरकार अपनी जिम्मेदारियों का पालन करेगी, वह न्याय सुनिश्चित करने में अपनी पारदर्शिता दिखाएगी। अगर मुख्यमंत्री जी 69,000 भर्ती का रास्ता नहीं निकाल सकते तो उन्हें कुर्सी छोड़ देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लगातार कहती है कि कानून-व्यवस्था के मामले में उनकी जीरो टॉलरेंस की नीति है। हम तब तक भ्रष्टाचार और गरीबी से मुक्त नहीं होंगे, जब तक हम भाजपा से मुक्त नहीं हो जाते। बीजेपी से मुक्ति होने का मतलब है, तमाम परेशानियों, संकट से मुक्ति होना।
उन्होंने कहा कि संविधान और आरक्षण पर भाजपा की निगाहें हैं, उन्हें जब मौका मिलता है आरक्षण से खिलवाड़ करते हैं। भाजपा आरक्षण की मूल भावना से खिलवाड़ करती है। अपना भ्रष्टाचार, गलत काम छुपाने के लिए बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है।