वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत के नेतृत्व क्षमता की विश्व पटल पर सराहना की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जी 20, ग्लोबल साउथ के अलावा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में क्वाड को मजबूत करने की प्रतिबद्धता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का नेतृत्व विश्व में शांति और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है।
व्हाइट हाउस ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा की गई पोलैंड और यूक्रेन की ऐतिहासिक यात्रा की भी सराहना की। बाइडेन ने यूक्रेन के एनर्जी सेक्टर से लेकर अंतरराष्ट्रीय कानून (संयुक्त राष्ट्र चार्टर समेत) के मुताबिक प्रदान की जा रही मानवीय सहायता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिए शांति संदेश को भी अहम बताया।
राष्ट्रपति जो बाइडेन और पीएम मोदी ने एक बैठक के दौरान कहा है कि अमेरिका और भारत की साझेदारी 21वीं सदी की सबसे महत्वपूर्ण साझेदारी है। यह साझेदारी विश्व के लिए अच्छा काम कर रही है।
पीएम मोदी ने जो बाइडेन के साथ बैठक को "बेहद फलदायी" बताया और उन्हें डेलावेयर के ग्रीनविले में अपने निवास पर आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद दिया। बैठक के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, "बैठक के दौरान हमें क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिला।" कहा कि अमेरिका-भारत साझेदारी 'लोकतंत्र, स्वतंत्रता, कानून के शासन, मानवाधिकारों, बहुलवाद और सभी के लिए समान अवसरों को बनाए रखने पर आधारित होनी चाहिए, क्योंकि हमारे देश अधिक परिपूर्ण संघ बनने और अपने साझा लक्ष्यों को पूरा करने का प्रयास करती है।'
व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन और पीएम मोदी ने उस प्रगति की सराहना की जिसने अमेरिका-भारत प्रमुख रक्षा साझेदारी को 'वैश्विक सुरक्षा और शांति का स्तंभ' बना दिया है। राष्ट्रपति और पीएम मोदी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि अमेरिका-भारत के बीच संबंध और मजबूत होंगे।
हमारे देशों के लोग, निजी क्षेत्र और सरकारें मिलकर काम कर रही हैं। हमें विश्वास है कि हमारे प्रयासों से अमेरिका-भारत साझेदारी और ऊंचाइयों पर पहुंचेगी। आने वाले दशकों में हमारी साझेदारी और मजबूत होगी।
कहा गया है कि भारत कोविड-19 महामारी के दौरान डटा रहा और उसने महामारी से निपटने में अहम भूमिका निभाई। दोनों नेताओं ने मध्य पूर्व में महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों समेत नौवहन की स्वतंत्रता और वाणिज्य की सुरक्षा के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की, जहां भारत 2025 में अरब सागर में समुद्री मार्गों को सुरक्षित करने के लिए संयुक्त समुद्री बलों के साथ काम करने के लिए संयुक्त कार्य बल 150 का सह-नेतृत्व संभालेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पीएम मोदी के साथ बैठक में कहा कि अमेरिका वैश्विक संस्थानों में सुधार के प्रयासों का समर्थन करता है, जिससे भारत की महत्वपूर्ण आवाज को ठीक से दुनिया सुन सके, इसमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता भी शामिल है। नेताओं ने अपनी राय व्यक्त की कि अमेरिका-भारत के बीच मजबूत संबंध "विश्व के लिए एक स्वच्छ, समावेशी, अधिक सुरक्षित और समृद्ध भविष्य बनाने के प्रयासों की सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं।
राष्ट्रपति और पीएम मोदी ने महत्वपूर्ण और उभरती हुई प्रौद्योगिकी (आईसीईटी) पर पहल की सफलता की प्रशंसा की, जिसने अंतरिक्ष, सेमीकंडक्टर और उन्नत दूरसंचार सहित प्रमुख प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में रणनीतिक सहयोग को गहरा और विस्तारित करने में मदद की है। दोनों नेताओं ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), क्वांटम, जैव प्रौद्योगिकी और स्वच्छ ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग की गति में सुधार लाने के लिए नियमित संपर्क बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।