अखंड भारतवर्ष का हिस्सा है बांग्लादेश, हिंदुओं पर हो रहा अत्याचार निंदनीय : इरासिस आचार्य
भुवनेश्वर: ओडिशा से भारतीय जनता पार्टी के विधायक इरासिस आचार्य ने गुरुवार को आईएएनएस से बात की। उन्होंने पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के लोगों पर हो रहे अत्याचार पर भी अपनी राय रखी।
पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर को जबरदस्ती बंद करने और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर भाजपा नेता इरासिस आचार्य ने अफसोस और दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा, "बांग्लादेश अखंड भारतवर्ष का एक भाग है, यह कहना गलत नहीं होगा। वहां पर हिंदू और हिंदुत्व पर हमला हो रहा है। वहां पर इस्कॉन मंदिर को बंद करना और भक्तों जबरन उठाया जाना एक संवेदनशील घटना है। इसकी जितनी निंदा की जाए, कम है।"
भाजपा नेता ने कहा कि पूरे भारत और विश्व में सभी हिंदू भाइयों का दायित्व है कि वे एकजुट हों और बांग्लादेश में हो रहे अत्याचार के खिलाफ विरोध जताएं। वे हिंदू को खत्म करना चाहते हैं, लेकिन हिंदू कभी खत्म नहीं होगा। यह सनातन धर्म है, जिसकी संस्कृति बहुत व्यापक है। हजारों साल से जो संस्कृति और परंपरा चली आ रही है, उसे खत्म करना नामुमकिन है।
उन्होंने कहा कि हिंदू कभी बंटने वाला नहीं है। यह पहले से एकजुट रहा है और आगे भी रहेगा। सनातन धर्म ऐसी संस्कृति है कि इसको मानने वाले लोग वसुधैव कुटुंबकम की नीति पर विश्वास करते हैं। पूरी वसुधा के लोग हमारे भाई हैं और पूरी वसुधा हमारा कुटुंब है। जो भी हमारी तरफ आंख उठाएगा, हमें विभाजित करने की कोशिश करेगा, चाहे कोई भी देश हो, हम उसकी तीव्र निंदा और विरोध करते हैं। वे ऐसा न करें, क्योंकि आगे इसका परिणाम भयावह होगा।
बांग्लादेश सनातन जागरण मंच के प्रवक्ता और चटगांव में पुंडरीक धाम के प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास को सोमवार को हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) ने हिरासत में लिया था। दास शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद से हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाते रहे थे।