उत्तर प्रदेश में कृषि और खाद्य प्रोसेसिंग सेक्टर को बेहतर बनाने का इच्छुक ऑस्ट्रेलिया

Update: 2024-08-22 03:48 GMT
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कृषि सेक्टर को बेहतर बनाने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों में ऑस्ट्रेलिया ने सहायक बनने की इच्छा जताई है। बुधवार को लखनऊ आए ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन ने ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट की। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच कृषि व सहायक सेक्टर में निवेश पर चर्चा हुई।
दूसरी बार उत्तर प्रदेश आने पर खुशी व्यक्त करते हुए उच्चायुक्त फिलिप ने मुख्यमंत्री से कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों का समृद्ध इतिहास है। उत्तर प्रदेश इन संबधों को और मजबूत बनाने में बड़ी भूमिका निभा सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में बहुत संभावनाएं हैं और ऑस्ट्रेलिया की कंपनियां इन संभावनाओं को विस्तार देने को उत्साहित हैं। यहां के कृषि, खाद्य प्रोसेसिंग सेक्टर को मजबूत करने में ऑस्ट्रेलिया अच्छा सहयोगी बनना चाहता है। उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन ने प्रतिनिधिमंडल में शामिल कंपनियों के प्रतिनिधियों और उनकी विशेषज्ञता से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
इससे पहले, ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल के लखनऊ आगमन पर अभिनंदन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में सबसे बड़ी आबादी वाला यह प्रदेश, भारत के फ़ूड बास्केट के रूप में विशिष्ट पहचान रखता है। हमारे पास देश की कुल कृषि भूमि का 12 फीसद हिस्सा है, लेकिन देश की खाद्यान्न जरूरतों का 20 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में ही पैदा होता हैर प्रदेश में 85 फीसद कृषि भूमि सिंचित है और इसे आगे विस्तार दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश में स्थापित कृषि विश्वविद्यालयों, कृषि विज्ञान केंद्रों और किसान उत्पादन संगठनों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश का किसान परिश्रमी है और नए विचारों को अपनाने वाला है, ऐसे में यदि ऑस्ट्रेलिया की कृषि तकनीकी हमारे किसानों को मिलेगी तो निश्चित ही प्रदेश में कृषि, उद्यान, डेयरी और खाद्य प्रोसेसिंग सेक्टर को बड़ा लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के डेयरी सेक्टर को और बेहतर बनाने में ऑस्ट्रेलिया अच्छा सहयोगी बन सकता है। उत्तर प्रदेश एक जिला-एक डेयरी के एक बड़े कार्यक्रम को आगे बढ़ाने वाला है, इसमें ऑस्ट्रेलिया से तकनीकी सहयोग मिलना उत्साहवर्धक होगा।
विभिन्न ऑस्ट्रेलियाई शैक्षिक संस्थानों के प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश के युवा, उच्च शिक्षा के लिए ऑस्ट्रेलिया जाते हैं। यह अच्छा होगा कि ऑस्ट्रेलिया के विश्वविद्यालय, यूपी के शैक्षिक संस्थानों के साथ शोध, अनुसंधान करने और तकनीकी ज्ञान के हस्तांतरण हेतु एमओयू करते हुए आगे बढ़ें।
ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त के साथ वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की चर्चा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में आज जल, थल और नभ की बेहतरीन कनेक्टिविटी है। निवेश अनुकूल 27 इंडस्ट्रियल सेक्टोरल पॉलिसी हर सेक्टर के निवेशकों की जरूरतों को पूरा करने वाला है।
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