नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता वारिस पठान ने दिल्ली विधानसभा चुनाव समेत कई मुद्दों पर शुक्रवार को आईएएनएस से खास बातचीत की। उन्होंने बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर हुए हमले की भी निंदा की।
एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने कहा, "सैफ अली खान पर जो हमला हुआ है, मैं उसकी कड़ी निंदा करता हूं। सैफ एक अच्छे इंसान हैं और उन पर बांद्रा जैसे इलाके में हमला होना पुलिस की नाकामयाबी पर सवाल उठाता है। इसके अलावा सलमान खान के घर पर भी फायरिंग की गई और बाद में बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या की गई। कुछ दिन बाद सैफ अली खान के घर में घुसकर उन पर चाकू से हमला किया गया। मेडिकल रिपोर्ट आई और उसमें बताया गया कि उनकी पीठ के अंदर एक ढाई इंच का टुकड़ा रह गया। बाद में डॉक्टर ने उसे ऑपरेशन के बाद निकाल भी दिया। हालांकि, अब पुलिस जांच चल रही है और अलग-अलग तथ्य सामने आ रहे हैं।"
उन्होंने महाराष्ट्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, "अब भाजपा के नेता भी सैफ अली खान पर हुए हमले को लेकर अपनी ही सरकार से सवाल कर रहे हैं। आम जनता भी इस घटना से काफी चिंतित है। इसलिए मुझे लगता है कि पुलिस को सामने आकर सारे सवालों के जवाब देने चाहिए।"
उन्होंने अमानतुल्लाह खान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लोग खुद जाकर ओखला की हालत देख सकते हैं कि आम आदमी पार्टी ने वहां कितना विकास किया है। आप तो झूठ बोलने में माहिर है। जब कोरोना काल आया था तो केजरीवाल ने कोरोना फैलाने का इल्जाम तब्लीगी जमात के लोगों पर डाल दिया था। जब मुस्तफाबाद के अंदर दंगे हुए तो उनके पार्षद रहे ताहिर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया गया था। केजरीवाल ने उनका हाल भी नहीं जाना था।
उन्होंने केजरीवाल को भ्रष्ट बताते हुए कहा कि वह एक नंबर के भ्रष्टाचारी हैं। वह जमानत पर जेल से बाहर आए हैं।
वारिस पठान ने मुस्लिम कलाकारों को मिल रही धमकियों के सवाल पर कहा, "मुझे लगता है कि देश में पीएम मोदी और कुछ चुनिंदा लोग ही सुरक्षित हैं। न तो बॉलीवुड के लोग सुरक्षित हैं और न ही आम नागरिक। हाल ही में हमारी पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर भी हमला हुआ। इसके अलावा अतीक अहमद को पुलिस कस्टडी में ही मार दिया गया और बाबा सिद्दीकी की भी दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। इसके बाद सलमान खान के घर पर हमला हुआ और सैफ पर घर में घुसकर ही हमला किया। अगर पुलिस को भय का माहौल खत्म करना है तो उन्हें स्पष्टीकरण देना होगा।"
महाकुंभ में मुसलमानों की एंट्री पर रोक के सवाल पर उन्होंने कहा, "अगर कोई चाहता है कि मैं महाकुंभ में जाऊं और अपना घर चलाऊं, तो साफ है कि उनका बायकॉट किया जा रहा है। पीएम मोदी तो खुद ‘सबका साथ-सबका विश्वास’ की बात करते हैं, मगर एक समुदाय को क्यों निशाना बनाया जा रहा है। मुझे लगता है कि सरकार को सभी धर्मों के लोगों को स्टॉल लगाने की अनुमति देनी चाहिए।"