नौसेना की कमान संभालने के बाद पहली बार दक्षिणी कमान पर पहुंचे एडमिरल त्रिपाठी
नई दिल्ली: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने पदभार संभालने के बाद पहली बार दक्षिणी नौसेना कमान (एसएनसी) कोच्चि का दौरा किया है। इस दौरान उन्हें हाल ही में वायनाड में आए भूस्खलन के बाद किए गए राहत कार्यों और अन्य सहायता के बारे में भी बताया गया।
नौसेना अध्यक्ष के साथ नेवी वेलफेयर एंड वेलनेस एसोसिएशन (एनडब्ल्यूडब्ल्यूए) की अध्यक्ष शशि त्रिपाठी भी मौजूद रहीं। यहां नौसेना प्रमुख को आईएनएस 'गरुड़' पर औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
अपनी यात्रा के दौरान नौसेना प्रमुख ने दक्षिणी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, वाइस एडमिरल वी. श्रीनिवास के साथ चर्चा की। उन्हें कमान द्वारा दिये जाने वाले विभिन्न प्रशिक्षण, परिचालन, बुनियादी ढांचे और प्रशासनिक गतिविधियों में हुई प्रगति के बारे में जानकारी दी गई।
भारतीय नौसेना की प्रशिक्षण कमान होने के नाते उन्हें प्रशिक्षण परिदृश्य के एक व्यापक अवलोकन के साथ-साथ विभिन्न प्रशिक्षण सुविधाओं और आधुनिकीकरण परियोजनाओं के विस्तार के बारे में भी अवगत कराया गया।
नौसेना प्रमुख ने कोच्चि के नौसेना बेस में पुनर्निर्मित कमांड स्टेडियम का भी उद्घाटन किया। भारतीय नौसेना के मुताबिक यह स्टेडियम आधुनिक खेल अवसंरचना का प्रतीक है। इसमें विभिन्न प्रकार के साधनों के साथ-साथ अत्याधुनिक सुविधाएं शामिल हैं। इस स्टेडियम में अंतर्राष्ट्रीय मानकों का एक आठ लेन का सिंथेटिक ट्रैक, एक सेंट्रल फुटबॉल मैदान और विभिन्न एथलेटिक्स सुविधाएं होने से यह खेलों का प्रमुख केंद्र बनेगा।
नौसेना प्रमुख ने यहां नौसेना की फुटबॉल और वॉलीबॉल टीमों के साथ भी बातचीत की और उन्हें इस वर्ष अंतर-सेवा ट्रॉफी जीतने के लिए बधाई दी। एक अन्य कार्यक्रम में नौसेना प्रमुख ने नौसेना शिप रिपेयर यार्ड (कोच्चि) में नए यार्ड यूटिलिटी कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया। यह तकनीकी अवसंरचना सुविधा यार्ड की चल परिसंपत्तियों और विशेषज्ञ उपयोगिता वाहनों के एक बड़े बेड़े का रखरखाव और सर्विसिंग प्रदान करेगा।
अपने कार्यक्रम के दौरान नौसेना प्रमुख यहां एसएनसी के अधिकारियों, नाविकों, प्रशिक्षुओं और रक्षा नागरिकों को संबोधित करेंगे तथा अपने विजन एवं अपेक्षाओं को साझा करेंगे। वह अपने मातृ संस्थान सिग्नल स्कूल का भी दौरा करेंगे जहां से उन्होंने संचार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध विशेषज्ञ के रूप में स्नातक किया था।