कांगो में खाद्य संकट का शिकार हुए 2.5 करोड़ लोग, संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता

Update: 2024-10-29 11:31 GMT
किंशासा: कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में खाद्य संकट गहराता जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान में कहा कि कांगो में 2.5 करोड़ (25 मिलियन) से अधिक लोग खाद्य संकट का सामना कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि कांगो गणराज्य की लगभग 22 प्रतिशत आबादी भोजन की कमी का सामना कर रही है। संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने सोमवार को एक बयान में कहा कि खाद्य संकट से सबसे अधिक प्रभावित आबादी विस्थापितों और वापस लौटने वाले लोगों की है, जो उत्तरी किवु, इतुरी, दक्षिण किवु, तांगानिका और मेनडोम्बे प्रांत में रहते हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने अनुमान लगाया है कि खाद्य असुरक्षा 2025 की पहली छमाही में मौजूदा स्थिति के समान रहेगी। खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के आपातकालीन कार्यालय के निदेशक रीन पॉल्सन ने कहा, "डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में लाखों लोगों के लिए खाद्य सुरक्षा की स्थिति अभी भी गंभीर है। हथियारबंद हिंसा और संसाधनों के लिए प्रतिस्पर्धा ने ग्रामीण जीवन और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया है, जिससे जरूरी कृषि उत्पादन बाधित हुआ है।"
संयुक्त राष्ट्र के अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन की ओर से हाल ही में जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, सात मिलियन लोग देश में चल रही हिंसा और आपदाओं की वजह से विस्थापित हैं।
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