उत्तराखंड : कोरोना महामारी के बिच बिना नेता प्रतिपक्ष के चलेगा विधानसभा का मॉनसून सत्र !

Update: 2020-08-28 14:32 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क, देहरादून। तेईस से 25 सितंबर तक होने वाले उत्तराखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र (Uttarakhand Assembly Monsoon Session) की तैयारियां तेज हो गई हैं. इस बार सदन का नजारा पहले से काफी बदला होगा. सत्र शुरू होने से पहले सभी सदस्यों का कोरोना का रैपिड टेस्ट (Corona Rapid Test) होगा. वहीं उम्रदराज सदस्यों का विशेष ध्यान रखने पर भी विचार हो रहा है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण (Corona Virus) के बीच तेईस से 25 सितंबर तक बुलाए गए मॉनसून सत्र (Monsoon Session) को कराने को लेकर मंथन जारी है. तय किया जा रहा है कि सभी सदस्यों का सत्र में आने से पहले रैपिड टेस्ट करा लिया जाए.

सबसे अधिक चिंता उम्रदराज विधायकों को लेकर है. विधानसभा के अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल का कहना है कि इसके लिए इन सदस्यों को वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के जरिए सत्र की कार्यवाही से जोड़ने का ऑप्शन तलाशा जा रहा है. क्योंकि, यह सत्र देहरादून में होना है और यहां स्थित विधानसभा भवन में इतनी जगह नहीं है कि सदस्यों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया जा सके. यदि ऐसा हुआ तो पहली बार बिना नेता प्रतिपक्ष की फिजिकल प्रजेंस के सदन चलेगा. नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश लगभग 79 साल की हो चुकी हैं. उम्रदराज सदस्यों में हरबंश कपूर, दीवान सिंह बिष्ट, यशपाल आर्य, विशन सिंह चुफाल, गोविंद सिंह कुंजवाल आदि भी शामिल हैं. यहां तक कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत भी सदन में नहीं होंगे. भगत की उम्र 70 वर्ष से अधिक हो चुकी है.

उम्रदराज सदस्यों के वीसी से जुड़ने से सदन में विधायकों के बैठने की समस्या हल हो सकती है. हालांकि, कोशिश की जा रही है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अधिक से अधिक विधायकों के बैठने की व्यवस्था बना ली जाए. इसके लिए दर्शक दीर्घा भी प्रयोग में लाई जाएगी. इस बार विधानसभा की कार्रवाई दर्शकों के लिए प्रतिबंधित की जा रही है.

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