रूस ने कहा- हम दुनिया के हर देश को कोरोना वायरस वैक्सीन 'Sputnik V' देना चाहते हैं

Update: 2020-09-11 09:44 GMT

मॉस्को
रूस की कोरोना वायरस को भले ही दुनियाभर में शक की निगाह से देखा जाता हो, वह हर देश को यह वैक्सीन देना चाहता है। रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) के CEO किरिल दिमित्रीव का कहना है कि बिना किसी भेदभाव के रूस हर देश को वैक्सीन देना चाहता है। उन्होंने कहा है कि दूसरे देशों के साथ पार्टनरशिप करके वैक्सीन बनाई जा सकती है। उन्होंने दूसरे देशों के साथ काम करने की रूस की इच्छा पर भी जोर दिया।

अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ कर रहे हैं काम
दिमित्रीव ने कहा है, 'रूस का रुख काफी खुला है, अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से पार्टनरशिप और सहयोग के लिए। हम GAVI और CEPI के साथ-साथ WHO और अग्रणी अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ समझौते कर रहे हैं जो वैक्सीन बनाते हैं और रिसर्च-डिवेलपमेंट में काम करते हैं।' Sputnik V को रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 11 अगस्त को रजिस्टर किया था। यह रजिस्टर होने वाली दुनिया की पहली कोरोना वायरस वैक्सीन है।

पश्चिमी मीडिया पर उठाया सवाल
दिमित्रीव ने पश्चिमी मीडिया पर सवाल किया। उन्होंने पूछा कि चिंपान्जी adenovirus वेक्टर पर आधारित वैक्सीन तैयार करने की कोशिश में होने वाले खतरों पर मीडिया चुप क्यों है। कंपनी ने पहले कहा था कि रूस की वैक्सीन के ट्रायल के नतीजों में पता चला है कि इंसानी adenovirus वेक्टर mRNA या चिंपान्जी adenovirus वेक्टर से बेहतर हो सकता है।

https://jantaserishta.com/news/experts-start-vaccine-test-how-safe-is-astrazeneca-vaccine/

Similar News