प्रशांत भूषण अवमानना केस: रायपुर के मरीज ड्राइव में वकील और जन-प्रतिनिधियों ने किया मौन प्रदर्शन
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। प्रशांत भूषण के समर्थन में शहर के सभी वकील और जन-प्रतिनिधियों ने मरीज ड्राइव में मौन प्रदर्शन किया। जिसमे काफी संख्या में लोग शामिल होकर अपना समर्थन दिया। लोगों ने कहा कि यह काला दिन अभियक्ति की आजादी लोकतंत्र की जान है. आलोचना का मतलब अवमानना है. हम सभी प्रशांत भूषण के साथ है.
बता दें कि शीर्ष अदालत ने 14 अगस्त को प्रशांत भूषण को न्यायपालिका के प्रति दो ट्वीट के लिये आपराधिक अवमानना का दोषी ठहराया था. अदालत ने कहा था कि इन ट्वीट को ‘जनहित में न्यायपालिका की कार्यशैली की स्वस्थ आलोचना के लिये किया गया’ नहीं कहा जा सकता. अदालत की अवमानना के जुर्म में उन्हें अधिकतम छह महीने तक की कैद या दो हजार रुपए का जुर्माना अथवा दोनों की सजा हो सकती है.