पाकिस्तान विदेश मंत्री रणनीतिक साझेदारी करने पहुंचे चीन...शी जिनपिंग के लिए इमरान खान ने दिया तीन सूत्रीय प्रस्ताव

Update: 2020-08-21 09:37 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान के विदेश मंत्री मखदूम शाह महमूद कुरैशी गुरुवार देर रात चीन के हैनान प्रांत में उतरे। उनकी इस यात्रा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसका मकसद दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करना है। कुरैशी ने कहा कि चीन यात्रा को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री इमरान खान से चर्चा की है।

कुरैशी और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच चीन-पाकिस्तान विदेश मंत्रियों की रणनीतिक वार्ता के दूसरे दौर के हिस्से के रूप में वन ऑन वन बैठक के साथ-साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की चर्चा होने की उम्मीद है। कुरैशी ने दक्षिण चीन सागर के द्वीप से पाकिस्तानी वायुसेना के जरिए उड़ान भरने से पहले एक वीडियो संदेश में कहा, ‘यात्रा का उद्देश्य पाकिस्तान के राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व को मजबूत करना है।’
कुरैशी पिछले एक पखवाड़े से सऊदी अरब को लेकर दिए अपने बड़े बयानों की वजह से चर्चा में हैं। कुरैशी और विदेश सचिव सोहेल महमूद के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के इस्लामाबाद दौरे की तैयारी करेगी। जिनपिंग इस साल की शुरुआत में इस्लामाबाद आने वाले थे लेकिन कोरोना वायरस की वजह से यह यात्रा स्थगित हो गई। माना जा रहा है कि वे अगले महीने पाकिस्तान के दौरे पर जाएंगे।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान मामलों की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि कुरैशी तीन सूत्रीय प्रस्ताव को लेकर चीन गए हैं। जिसमें दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग बढ़ाना शामिल है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी और पाकिस्तान सेना ने पिछले साल अगस्त में रावलपिंडी सेना मुख्यालय में रक्षा सहयोग और पाकिस्तान सेना की क्षमता निर्माण को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस्लामाबाद इस संबंध को उन्नत बनाने के लिए उत्सुक है।

इमरान खान सरकार चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजनाओं के दूसरे चरण के कार्यान्वयन में तेजी लाने के लिए भी चर्चा कर रही है। मामले से परिचित लोगों ने कहा कि कुरैशी चाहते हैं कि चीन सिंध, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को उन्नत करने में मदद करे।

Similar News