अमेरिका और इजरायल से चल रहे तनाव के बीच, अरब महासागर में रॉकेट और मिसाइलें बरसा रही ईरानी सेना
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिका और इजरायल से चल रहे तनाव के बीच ईरान हिंद महासागर में बम और रॉकेट की बारिश कर रहा है। ईरान की सेना ने देश के दक्षिणी इलाके में समुद्र तट पर जोरदार युद्धाभ्यास (Zulfiqar-99) शुरू किया है। तीन दिन तक चलने वाले इस सैन्याभ्यास को जुल्फिकार-99 नाम दिया गया है। इस अभ्यास में ईरान की सेना, नेवी और वायुसेना तीनों ही हिस्सा ले रहे हैं। ईरान ने एयर डिफेंस फोर्स और नए हथियारों को भी तैनात किया है।
युद्धाभ्यास में फाइटर जेट, रेडार और मिसाइलें शामिल
ईरान के इस सैन्याभ्यास का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह करीब 20 लाख वर्ग किलोमीटर इलाके में हो रहा है। ये अभ्यास होर्मूज स्ट्रेट, सी ऑफ ओमान, मकरान तट और उत्तरी हिंद महासागर में चल रहा है। इस अभ्यास का थीम 'बचाव के तहत सतत सुरक्षा' रखा गया है। यह अभ्यास गुरुवार को शुरू हुआ और इसमें फाइटर जेट, युद्धपोत, रेडार और मिसाइलें शामिल की गई हैं। इस पूरे अभ्यास का संचालन जुल्फिकार आर्मी बेस से किया जा रहा है।
ईरान और अमेरिकी युद्धक जहाजों में कई बार टकराव
ईरानी सेना के इस व्यापक युद्धाभ्यास का मकसद देश की आक्रामक और रक्षात्मक रणनीतिक योजना का परीक्षण करना है ताकि खाड़ी देशों में बढ़ते तनाव के बीच ईरान के क्षेत्रीय समुद्री इलाके की रक्षा की जा सके। बता दें कि पिछले कुछ समय से ईरान और अमेरिकी युद्धक जहाजों में कई बार टकराव की नौबत आई है। मई 2018 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ईरान के परमाणु समझौते से हटने के ऐलान के बाद दोनों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।
ईरान दुनिया को दिखा रहा है अपनी जंगी ताकत
पिछले दो साल से ईरान लगातार सैन्य अभ्यास कर रहा है। विशेषज्ञों का विश्वास है कि ईरान इसके जरिए अपनी ताकत से दुनिया को रू-ब-रू कराना चाहता है। ईरान के उप सेना प्रमुख एडमिरल हबीबुल्लाह सय्यारी ने कहा कि इस युद्धाभ्यास का मकसद सेना, नौसेना और वायुसेना की एयर डिफेंस के मामले में सैन्य तैयारी के स्तर को बढ़ाना है। उन्होंने अमेरिकी युद्धपोतों का इशारा करते हुए कहा कि विदेशी शक्तियों की उपस्थिति को देखते हुए पश्चिम एशिया के देशों में सुरक्षा सहयोग बढ़ाना होगा।
ड्रोन और नए हथियारों का परीक्षण कर रहा ईरान
इस अभ्यास के दौरान ईरान लंबी दूरी के ड्रोन विमान सिमर्क का इस्तेमाल नकली जहाजों को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है। ईरानी सेना ने हाल ही में लंबी दूरी तक मार करने वाली कई मिसाइलों का परीक्षण किया है। पिछले दिनों ईरान ने संयुक्त अरब अमीरात स्थित फ्रांस के अल धाफ्रा हवाई ठिकाने के पास समुद्र में कई मिसाइलें दागीं थी। इस ईरानी मिसाइल परीक्षण के बाद पूरे फ्रांसीसी बेस को हाई अलर्ट कर दिया गया था। अल धाफ्रा एयर बेस पर ही उस समय पर भारत आ रहे 5 राफेल फाइटर जेट खड़े थे और उनके साथ भारतीय पायलट भी मौजूद थे। ईरानी मिसाइल खतरे को देखते हुए भारतीय पायलटों को भी सुरक्षित स्थानों पर छिपने के लिए कहा गया था।