अमेरिका में फर्जी तरीके से बीमा रकम लेने के लालच में रची साजिश, भारतीय मूल की मां-बेटी को जेल

Update: 2020-08-25 11:09 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| न्यूयॉर्क, भारतीय मूल की एक महिला और उसकी बेटी को फर्जी तरीके से बीमा रकम लेने के लिए अपनी दुकान में आग लगाने की साजिश रचने के मामले में जेल की सजा सुनाई गई है। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया की रहने वाली मनजीत सिंह (49) और उनकी बेटी हर्पनीत बथ (27) को केंटुकी की एक संघीय अदालत ने क्रमश: 18 महीने और नौ महीने जेल की सजा सुनाई है। अभियोजन पक्ष ने कहा कि सिंह ने केंटुकी में अपनी दुकान में आग लगाने के लिए एक व्यक्ति को 5,000 डॉलर देने की बात स्वीकार की थी। वह बीमा का पैसा लेने के लिए दुकान में आग लगवाना चाहती थी। उन्होंने बताया कि सिंह की बेटी ने भी कनाडा से केंटुकी आकर मां के इस अपराध में मदद करने की बात स्वीकार की है। कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने घटना को अंजाम दिए जाने से पहले ही इस साजिश को नाकाम कर दिया था। सजा के अलावा दोनों पर संयुक्त रूप से 7,500 डॉलर और बथ पर 2,500 डॉलर का जुर्माना लगाया गया है।

बिना लाइसेंस के पैसे ट्रांसफर करने का दोषी पाया गया भारतवंशी

भारतीय मूल के एक व्यक्ति को बिना लाइसेंस के पैसे ट्रांसफर करने का दोषी पाया गया है। यह लोगों को लालच देकर ठगने वाली कंपनी को ना केवल तकनीकी सहायता प्रदान करता था बल्कि घोटाले के दौरान प्राप्त धन को भारत स्थित स्कीम ऑपरेटरों के पास भेजता था। कैलिफोर्निया के नेवार्क में रहने वाले 24 वर्षीय दपिंदरजीत सिंह को दो नवंबर को सजा सुनाई जाएगी। कोर्ट दस्तावेजों के मुताबिक भारत स्थित कॉल सेंटर लोगों को फोन करके कंप्यूटर में वायरस आने या उसके हैक होने के बारे में बताता था और पीडि़तों से खराबी ठीक करने के लिए अल्फा टेक्नोलॉजी को पैसे भेजने के लिए कहता था। जब पीडि़त अल्फा टेक्नोलॉजी को पैसे भेज देते तो दपिंदरजीत सिंह इस पैसे को भारत में बैठे घोटालेबाजों के पास भेज देता था।

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