ईंट से सिर कुचलकर युवक की हत्या, जांच में जुटी पुलिस
जानिए क्या है पूरा मामला
मुरादाबाद। मुरादाबाद में हुई फल विक्रेता की हत्या का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। पुलिस ने फल विक्रेता साहिबे आलम की हत्या में उसी के 2 दोस्तों को गिरफ्तार किया है। दोनों ने वारदात कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि नशे के लिए पैसे नहीं देने पर उन्होंने फल विक्रेता की हत्या की थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों गौरव गुप्ता और लक्की उर्फ फैजान को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट से दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने अभियुक्तों की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल की गई ईंट भी कब्रिस्तान से बरामद की गई है। पाकबड़ा में कलरिया महादेव मंदिर के पास रहने वाले साहिबे आलम का शव रविवार दोपहर कैलसा रोड पर कब्रिस्तान में झाड़ियों के पास पड़ा मिला था। साहिबे आलम (19 साल) फल बेचता था। इसके अलावा वो बाग की रखवाली भी करता था। शनिवार रात को घर से खाना खाने के बाद वो बाग की रखवाली करने के लिए निकला था। लेकिन अगले दिन उसकी बॉडी कब्रिस्तान के पास झाड़ियों में पड़ी मिली थी।
इसके बाद साहिबे आलम के भाई फिरोज आलम ने गौरव गुप्ता को नामजद करते हुए हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने इस मामले में नामजद अभियुक्त गौरव गुप्ता को गिरफ्तार करके पूछताछ की। उसने बताया कि इस वारदात में लक्की उर्फ फैजान पुत्र इस्माइल निवासी मोहल्ला जुमेरात का बाजार पाकबड़ा भी शामिल था। पुलिस ने लक्की उर्फ फैजान को भी गिरफ्तार कर लिया। दोनों अभियुक्तों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वो दोनों और मृतक साहिबे आलम तीनों अच्छे दोस्त थे। तीनों अक्सर कब्रिस्तान में बैठकर नशा करते थे। अभियुक्तों ने बताया कि 22 अप्रैल की रात को वो तीनों कब्रिस्तान में बैठकर नशा कर रहे थे। नशे की पुड़िया खत्म होने पर दोनों ने साहिबे आलम से और पुड़िया लाने के लिए पैसे मांगे। लेकिन साहिबे आलम ने पैसे देने से मना कर दिया। इसी बात पर दोनों ने साहिबे आलम से मारपीट शुरू कर दी। पुलिस ने बताया कि झगड़ा होने के बाद गौरव गुप्ता ने साहिबे आलम के पैर पकड़ लिए। जबकि फैजान ने ईंट से हमला शुरू कर दिया। पहले उसने अंगोछे से उसका गला घोंटने की कोशिश की फिर ईंट से चेहरे और सिर पर ताबड़तोड़ वार किए। जब उन्हें लगा कि साहिबे आलम मर चुका है तो दोनों कब्रिस्तान से चले गए।