गोंडा: बिहार के युवक को स्कूल में लिपिक पद का फर्जी नियुक्ति पत्र देने के आरोपी को एसटीएफ ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया है। आरोपी युवक के पास 25 हजार रुपये का चेक और फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र भी बरामद हुए हैं। लेखपाल भर्ती परीक्षा से जुड़े होने के शक में पुलिस अफसरों ने आरोपी युवक से गहन पूछताछ की है। पुलिस का कहना है कि आरोपी को जेल भेजा गया है।
सिटी सिटी लक्ष्मीकांत गौतम ने बताया कि बिहार के रोहतास निवासी सत्यम नाम के युवक को लिपिक पद पर नियुक्ति का फर्जी पत्र व्हाट्सएप के जरिए भेजा गया था। बताया जा रहा है कि इस मामले की शिकायत पुलिस विभाग के आला-अफसरों से की गई थी। इस पर बड़ा रैकेट होने के अंदेशे में एसटीएफ को खुलासे का जिम्मा सौंपा गया था। सीओ सिटी ने बताया कि एसटीएफ की टीम ने शहर के आवास विकास कालोनी निवासी सलीम वारसी पुत्र स्वर्गीय मोहम्मद रफी को नगर कोतवाली पुलिस के सहयोग के धर दबोचा। पुलिस का कहना है कि पूछताछ में उसने नौकरी के नाम पर ठगी किए जाने की बात स्वीकार की है।
सीओ सिटी लक्ष्मीकांत गौतम के मुताबिक आरोपी सलीम वारसी ने संजय गांधी लघु माध्यमिक बालिका विद्यालय में लिपिक पद के लिए नियुक्ति पत्र भेजा था। सत्यापन में स्कूल प्रशासन ने इसे फर्जी बताया। उन्होंने बताया कि सलीम का एक साथी अनवर फरार है। उसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। आरोपी सलीम के खिलाफ बहराइच में भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज है।
एसटीएफ टीम के हत्थे आरोपी सलीम के चढ़ने के बाद जिले में इसे लेखपाल भर्ती परीक्षा से जोड़ा जाने लगा। सोशल मीडिया पर लेखपाल भर्ती परीक्षा के नाम फ्राड करने के आरोपी के गिरफ्तारी की खबर बड़ी तेजी से वायरल हुई। हालांकि पुलिस अफसरों ने इससे साफ इनकार कर दिया।