ओडिशा/झारखण्ड। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ओडिशा के कंधमाल में आज शनिवार को चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह चुनाव ओडिशा के लोगों के लिए बहुत खास महत्व रखता है। आपका हर वोट ओडिशा के विकास और समृद्ध भारत के लिए महत्वपूर्ण है। आपका एक वोट भाजपा सरकार को सक्षम बनाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान के पोखरण में 11 एवं 13 मई 1998 को किए गए परमाणु परीक्षण को याद किया। उन्होंने कहा कि आज से 26 साल पहले अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने परमाणु परीक्षण कर दुनिया को भारत की ताकत दिखाई थी।
आपका हर वोट ओडिशा के विकास और समृद्ध भारत के लिए महत्वपूर्ण है। आपका एक वोट भाजपा सरकार को सक्षम बनाएगा, ओडिशा में डबल इंजन सरकार लाएगी। उल्लेखनीय है कि ओडिशा में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव होना है। रैली में उमड़ी भीड़ के साथ खुला संवाद करते हुए मोदी ने कहा कि भाजपा विकास और विरासत दोनों में विश्वास करती है। भाजपा शासन में देश ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ 500 साल की आकांक्षा पूरी की। क्या आपको यह देखकर गर्व नहीं हुआ? ओडिशा में राज्य भाजपा ओडिया भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसा कोई बेटा या बेटी जो ओडिशा की मिट्टी से निकला हो, यहां की संस्कृति को समझता है, उसका भाजपा का मुख्यमंत्री बनना तय है।
एक संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सात दशक पहले श्रीजगन्नाथ मंदिर के प्रबंधन के लिए नियम बनाए गए थे। इन नियमों में सोना, चांदी और कीमती पत्थरों सहित मंदिर की चल-अचल संपत्तियों के रिकॉर्ड का रखरखाव शामिल था। श्री रत्न भंडार में खजाने का अंतिम बार मूल्यांकन 45 साल पहले हुआ था। आधिकारिक रूप से श्री रत्न भंडार करीब 40 साल से नहीं खुला है। हैरानी की बात यह है कि श्री रत्न भंडार के गर्भगृह के आंतरिक कक्ष की चाबियां पिछले 6 साल से लापता हैं। क्या आपको ये जानने का अधिकार नहीं है कि ये चाबियां कहां गईं? राज्य सरकार का दावा है कि डुप्लिकेट चाबियाँ मिल गई हैं, लेकिन ये कैसे और किसने बनाईं किसी को नहीं पता है।
जांच आयोग को सौंपने के बावजूद ओडिशा सरकार ने रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की है। भाजपा इस मुद्दे को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम पूछते हैं कि बीजद सरकार इससे क्यों बच रही है? इस मामले की जांच राज्य सरकार ने एक आयोग को सौंपी थी लेकिन वो रिपोर्ट आज तक ओडिशा सरकार ने सार्वजनिक नहीं की है। उन्होंने विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा अब पूरे भक्तिभाव से ये विषय उठा रही है। आखिर क्यों बीजेडी सरकार, इस विषय से भाग रही है। आखिर ऐसी क्या मजबूरी है।