तमिल भाषा में भी मंदिरों में प्रार्थना कर सकेंगे, एमके स्टालिन सरकार ने किया बड़ा ऐलान
तमिलनाडु में अब श्रद्धालु तमिल भाषा में भी मंदिरों में प्रार्थना कर सकेंगे। राज्य की एमके स्टालिन सरकार ने इसे लेकर बड़ा ऐलान किया है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि मंदिरों में प्रार्थना करने वाले श्रद्धालुओं के पास अब तमिल में प्रार्थना करने का विकल्प भी मौजूद होगा। राज्य की डीएमके सरकार ने 'अन्नई थमिज़िल अर्चनाई' की शुरुआत की है। इसका अर्थ होता है मातृभाषा तमिल में प्रार्थना। अभी तमिलनाडु के कुल 47 मंदिरों में श्रद्धालुओं को तमिल में प्रार्थना करने का विकल्प दिया गया है। एक खास बात यह भी है कि तमिल में प्रार्थना करवाने के लिए मंदिरों के पुजारियों को प्रशिक्षित भी किया गया है। जो पुजारी इस भाषा में प्रार्थना करवाएंगे उनके नाम और नंबर भी मंदिर परिसर में लगाए जाएंगे ताकि यहां आने वाले श्रद्धालु उनसे संपर्क कर सकें।