मध्य प्रदेश के स्कूलों में योग शिक्षा होगी अनिवार्य: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
भोपाल/जबलपुर: मध्य प्रदेश में 9वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस उत्साह और उमंग के साथ मनाया जा रहा है। राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम जबलपुर के गैरीसन ग्राउंड में हुआ। इस कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मुख्य अतिथि रहे। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के स्कूलों में योग शिक्षा अनिवार्य किए जाने का एलान किया। मुख्यमंत्री चौहान ने जबलपुर के गैरीसन ग्राउंड में योग समारोह के दौरान कहा, "मध्यप्रदेश में हमने फैसला किया है कि विद्यालयों में योग की शिक्षा अनिवार्य कर दी जाएगी। स्वस्थ रहने के लिए योग जरुरी है, कोई संकीर्ण चीज नहीं है, अभी परमानंद जी बता रहे थे, यह 180 से ज्यादा देशों में हो रहा है। योग का किसी पंथ से भी संबंध नहीं है। योग तो विश्व कल्याण के लिए है, आओ मित्रों, हम संकल्प लेकर आज तो योग करेंगे ही, रोज योग करेंगे क्योंकि बीमार रहना अपने साथ भी अन्याय है और हम फिर काम नहीं करते, हमारी जो उर्जा देश के काम में लगनी चाहिए वह नहीं लगती। हम खुद में ही बोझ बनते हैं और हम देश पर भी बोझ बन जाते बीमार बनकर। इसलिए स्वस्थ रहना भी देश की सबसे बड़ी सेवा है। अस्पताल में भीड़ क्यों लगाएं, योग करें स्वस्थ रहें, मस्त रहें। एक बार फिर प्रधानमंत्री को प्रणाम और धन्यवाद जिन्होंने पूरे विश्व को योग मय कर दिया।"
सामूहिक योग कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, केंद्रीय आयुष मंत्री सवार्नंद सोनोवाल, केन्द्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहृलाद सिंह पटेल, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा शामिल हुए। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम 'वसुधैव कुटुम्बकम के लिये योग' है। राज्य के अन्य हिस्सों में भी योग दिवस पर कार्यक्रम हो रहे हैं और बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों से लेकर अन्य लोग हिस्सा ले रहे हैं।