यास तूफान का तांडव: जलमग्न हुई सड़के, जगह-जगह गिरे पेड़, रांची में हुई दो की मौत

यास तूफान का तांडव

Update: 2021-05-27 17:20 GMT

यास तूफान का असर झारखंड(Yass Cyclone In Jharkhand) के कई इलाकों में देखने को मिला. हर तरफ तबाही का मंजर दिख रहा है. राज्य में पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश हुई. आलम यह है कि कई घरों में पानी घुस गया, सड़के पानी-पानी हो गई. कई घर ढह गए, कई पेड़ गिर गए. यास तूफान के बाद लगातार हो रही बारिश से रांची जिले के तमाड़ प्रखंड अंतर्गत कांची नदी पर बना हाराडीह बूढ़ाडीह पुल गुरुवार को गिर गया. करोड़ों की लागत से बना यह पुल चक्रवाती तूफान यास के कारण हो रही बारिश में ध्वस्त हो गया.

मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 28 मई तक बारिश होती रहेगी. रांची एचईसी कॉलोनी बांग्ला स्कूल के पास एक कच्चा मकान गिरने से एक 26 वर्षीय युवक और एक बच्चे की मौत हो गई. यास तूफान के कारण पेड़ों के डाल तारों में गिरने और ट्रांसफार्मर खराब होने की समस्या से बिजली बाधित रही. तूफान की वजह से नदी, तालाब और खेतों में पानी ही पानी नजर आ रहा है.
रामगढ़ में मंदिर प्रांगण का 250 साल पुराना पेड़ गिरा
हजारीबाग में बुधवार रात से लगातार बारिश हो रही है. इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. यहां सबसे बड़ी समस्या बिजली की है. शहर के ज्यादातर इलाकों में बिजली कल से ही नहीं आई है. वहीं लगातार बारिश के कारण रामगढ़ के बसंतपुर शिव मंदिर प्रांगण का 250 साल पुराना बरगद का पेड़ गिर गया। वहीं, प्राचीन शक्तिपीठ मां छिन्नमस्तिका मंदिर के चारों ओर भैरवी नदी के उफान पर होने की वजह से पानी भर गया है. तूफान के खतरे को देखते हुए हजारों लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थान में शिफ्ट किया गया था. सबसे ज्यादा 9500 लोग पूर्वी सिंहभूम से सुरक्षित स्थान में भेजे गए. दूसीर तरफ पश्चिमी सिंहभूम से 596 लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया था.


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