उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण मास के पहले दिन की गई पूजा

Update: 2022-07-14 02:19 GMT

मध्य प्रदेश। उज्जैन के महाकाल मंदिर में सावन माह की शुरुआत बड़े हर्षोल्लास के साथ हुई. बाबा महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में सावन के पहले दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा की भस्म आरती का लाभ लेने महाकाल मंदिर पहुंचे. अलसुबह 3 बजे बाबा के पट खोले गए, इसके बाद बाबा पर जल चढ़ाया गया फिर महाकालेश्वर का दूध, घी, दही , शक्कर, शहद से पंचामृत अभिषेक किया गया. इसके बाद बाबा का श्रृंगार कर भस्म आरती की गई. जो करीब 1 घंटे तक चली. उसके बाद बाबा का मनमोहक विशेष श्रृंगार किया गया.

महाकाल मंदिर के पुजारी ने बताया कि सामान्य दिनों में रोजाना सुबह 4 बजे बाबा के पट खोले जाते हैं, लेकिन सावन माह में सुबह 3 बजे ही बाबा के पट खोल कर भस्म आरती की तैयारी कर मनमोहक श्रृंगार किया गया है. सभी पुजारियों ने मिलकर बाबा की लगभग 1 घंटे तक आनंदमयी भस्म आरती की और बाबा की इस दुर्लभ भस्म आरती का दर्शन लाभ प्राप्त किया.

महाकाल मंदिर के महेश पुजारी ने बताया कि सावन मास शिव जी का दिन है और शिव का दिन होने के कारण शिव भक्तों में बड़ा उत्साह है और ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में बड़ा उत्सव होता है. यहां पर भस्म आरती के नाम से जो मंगला आरती होती है उसके कारण श्रद्धालुओं में उत्साह बढ़ जाता है. महाकालेश्वर दक्षिण मुखी है और दक्षिण मुखी होने के कारण 12 ज्योतिर्लिंग में इस ज्योतिर्लिंग का विशेष महत्व है. 


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